Authored by गरिमा सिंह | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Apr 27, 2022, 1:45 AM
ज्योतिषशास्त्र में शनिवार को नौ ग्रहों में से एक शनि ग्रह से जोड़ा गया है। शनि न्याय के देवता हैं और अध्यात्म की तरफ अग्रसर करते हैं। जिन लोगों की कुंडली में या हाथ की रेखाओं में शनि प्रबल होते हैं, उन लोगों का आध्यात्मिकता की तरफ विशेष झुकाव होता है। ज्योतिष के अनुसार, शनि देव की नाराजगी से बचने के लिए शनिवार को कुछ चीजों के सेवन से बचना चाहिए... ना खाएं तामसिक भोजन लाल किताब के अनुसार, शनिवार को मांस-मछली का सेवन करने से शनि अत्यधिक क्रूर होकर अशुभ फल देते हैं। खासतौर पर जिन लोगों के जीवन में शनि की दशा, ढैय्या और साढ़ेसाती चल रही हो, उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए। इसलिए शनिवार को रखें मसूर से परहेज शनिवार को मसूर की दाल खाने से बचना चाहिए, ऐसा ज्योतिषशास्त्र में कहा गया है। इसका कारण यह है कि मसूर दाल का संबंध मंगल ग्रह से होता है क्योंकि यह लाल रंग का खाद्य पदार्थ है। मंगल और शनि ग्रह हैं और दोनों का स्वभाव क्रोधी है। ऐसे में शनिवार को मसूर दाल खाने से व्यक्ति के स्वभाव में क्रोध और विरोध की बढ़ोतरी हो सकती है। लाल मिर्च न खाने की वजह कहा जाता है कि शनिवार को लाल मिर्च का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इसका पहला कारण लाल रंग के कारण मंगल ग्रह से संबंध और इसकी तासीर है। तीखापन शनि को पसंद नहीं है, वह शीतल पदार्थों को पसंद करते हैं। इसलिए शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए लाल मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए। दूध पीने का तरीका ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, शनिवार को सादा दूध पीने से बचना चाहिए और अगर दूध पीना है तो इसमें केसर, हल्दी या गुड़ मिलाकर पीना चाहिए। सादा दूध न पीने का कारण दूध का संबंध शुक्र ग्रह से होना बताया गया है। शुक्र ग्रह यौन इच्छाओं का कारक ग्रह है और शनि ग्रह अध्यात्म बढ़ानेवाले। ऐसे में विरोधी प्रकृति से बचने के लिए शनिवार को सादे दूध का सेवन न करने के लिए कहा जाता है। दही का सेवन करते समय दही के सफेद रंग और दूध से निर्मित होने के कारण इसका संबंध भी शुक्र ग्रह से माना जाता है। इसलिए अगर शनिवार को दही खानी ही है तो इसमें पिसा हुआ धनिया, पुदीना, गुड़ या केसर मिलाकर खा सकते हैं। मदिरा से करना चाहिए परहेज मदिरा को राक्षसों का पेय पदार्थ माना गया है। इसके सेवन के बाद व्यक्ति की बुद्धि भ्रष्ट और भ्रमित हो जाती है। शनि शांत और अध्यात्मिक व्यवहार को पसंद करते हैं। यदि शनि की दशा के दौरान शराब का सेवन किया जाए तो जीवन में धन, मान-सम्मान और जीवन हानि का खतरा बढ़ जाता है। खट्टा और अचार शनिवार को अचार, खट्टी और कसैली वस्तुओं के सेवन से परहेज रखना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इनसे शनि का अशुभ प्रभाव पड़ता जो सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। शनिवार और शनि की दशा में तैलीय चीजों का सेवन ज्योतिष की दृष्टि से शुभ माना जाता है।
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ना खाएं तामसिक भोजन
इसलिए शनिवार को रखें मसूर से परहेज
लाल मिर्च न खाने की वजह
दूध पीने का तरीका
दही का सेवन करते समय
मदिरा से करना चाहिए परहेज
खट्टा और अचार
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शनिवार को कौन सी सब्जी बनानी चाहिए?
लाल मिर्च न खाने की वजह
कहा जाता है कि शनिवार को लाल मिर्च का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इसका पहला कारण लाल रंग के कारण मंगल ग्रह से संबंध और इसकी तासीर है। तीखापन शनि को पसंद नहीं है, वह शीतल पदार्थों को पसंद करते हैं। इसलिए शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए लाल मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए।
शनिवार के दिन क्या खाना चाहिए?
शास्त्र के अनुसार मसूर दाल लाल रंग का पदार्थ है. इसका मंगल ग्रह से संबंध है. मंगल और शनि दोनों ग्रहों का स्वभाव क्रोधी है. कहते हैं कि शनिवार को मसूर दाल खाने से व्यक्ति के क्रोध में बढ़ोतरी हो सकती है.
शनिवार को क्या क्या चीज नहीं खानी चाहिए?
शनिवार को दूध और दही का सेवन करने से बचना चाहिए। पीना ही हो तो इसमें हल्दी या गुड़ मिला लें। इस दिन बैंगन, आम का अचार और लालमिर्च खाने से भी बचना चाहिए।
शनि देव को खाने में क्या पसंद है?
जो लोग शाकाहार का सेवन करते हैं और मांस, मछली, मीट से दूर रहते हैं उनसे शनिदेव प्रसन्न होकर उनके परिवार समेत उनका भला करते हैं।