स्लिमिंग बॉडी एसेंशियल ऑयल का उपयोग कैसे करें? - sliming bodee esenshiyal oyal ka upayog kaise karen?

देखा जाए, तो ज्यादातर लोग सरसों के तेल की चिपचिपाहट और तेज गंध के चलते इससे परहेज करते हैं, लेकिन एक बार अच्छी तरह गर्म हो जाने पर सरसों का तेल अन्य किसी तेल की तरह ही होता है। यह तेल ओमेगा-3, ओमेगा-6 फैटी एसिड और हेल्दी फैट का बेहतरीन स्त्रोत है।

हेल्दी फैटी एसिड का यह कॉम्बिनेशन न केवल भोजन के स्वाद में सुधार करता है, बल्कि खून में फैट लेवल में भी कमी लाता है। जबकि ओमेगा-6 फैटी एसिड स्वभाविक रूप से शरीर में जमा ब्राउन फैट के उपयोग को एक्टिव कर सकता है। बता दें कि यह वजन घटाने में अच्छी भूमिका निभाते हैं।

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​सरसों के तेल के फायदे

  1. सरसों के तेल में मोनोसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट होते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे हैं। इसके अलावा यह गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी मददगार हैं।
  2. ग्लूकोसाइनोलेट की उपस्थिति के कारण सरसों के तेल में एंटी कैंसर गुण होते हैं। यह कंपोनेंट कोलोरेक्टल और गैस्ट्रोइंस्टेस्टनाइल जैसे कैंसर के खतरे को कम करने के लिए जाने जाते हैं।
  3. सरसों के तेल का इस्तेमाल खाना पकाने के अलावा और भी कई तरह से किया जा सकता है। गर्म सरसों के तेल से जोड़ों के दर्द वाले जोड़ों की रोजाना मालिश करने से बेचैनी काफी कम हो जाती है।
  4. बहुत से लोग कहते हैं कि गर्म सरसों के तेल को पैरों के तलवों और छाती पर मालिश करने से सर्दियों में छाती में जमाव कम हो सकता है।

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​कैसे करें सरसों के तेल का उपयोग

अति हर चीज की बुरी होती है। इसलिए जितना हो सके, सरसों के तेल में तली हुई चीजें खाने से बचें। खासतौर से सब्जियां पकाते समय कम से कम सरसों के तल का उपयोग करें। ध्यान रखें कि सरसों के तेल को सबसे पहले अच्छी तरह से गर्म कर लेना चाहिए। इसका उपयोग तब न करें, जब तेल कच्चा हो। सरसों के तेल को हमेशा तब तक गर्म करना चाहिए जब तक की उसमें धुंआ न उठ जाए।

सरसों का तेल बस खाना पकाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह शरीर की हर छोटी-बड़ी समस्या को दूर करने में भी मदद कर सकता है। वजन कम करने के लिए अगर आप सरसों के तेल का उपयोग कर रहे हैं और किसी रोग से पीडि़त हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर ही इस तेल का इस्तेमाल करें।

गुलाब के तेल में कई साइकोलॉजिकल, फिजियोलॉजिकल, एनाल्जेसिक और एंटी-एंग्जायटी इफेक्ट्स होते हैं। मूड में सुधार और चिंता को कम करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।

कैमोमाइल ऑयल (Chamomile oil)

मूड को सही करने और रिलैक्सेशन को बेहतर बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।

इलंग इलंग (Ylang-Ylang) एसेंशियल ऑयल

इस एसेंशियल ऑयल का उपयोग अरोमाथेरेपी में किया जाता है और माना जाता है कि यह अवसाद, उच्च रक्तचाप और चिंता के इलाज में प्रभावी होता है।

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टी-ट्री एसेंशियल ऑयल

संक्रमण से लड़ने और इम्युनिटी को बढ़ावा देने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।

जैसमिन (चमेली) एसेंशियल ऑयल

अवसाद को कम करने और कामेच्छा को बढ़ाने में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

लेमन एसेंशियल ऑयल

एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-ऑक्सीडेंट्स जैसे गुण इसमें पाए जाते हैं। इसलिए, इसका इस्तेमाल फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में खूब किया जाता है पाचन और सिरदर्द में इसका उपयोग किया जाता है।

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सेफ्टी और साइड इफेक्ट्स

ये ऑयल प्राकृतिक हैं इसका मतलब यह नहीं कि ये पूरी तरह से सुरक्षित हैं। पौधों और हर्बल प्रोडक्ट्स में कई बायोएक्टिव कंपाउंड्स (bio active compounds) होते हैं जो आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि, जब त्वचा पर इसका उपयोग बेस ऑयल के साथ किया जाता है, तो अधिकांश एसेंशियल ऑयल सुरक्षित ही होते हैं। इसके अलावा इनकी खुशबू प्रेग्नेंट महिलाओं, बच्चों या पालतू जानवरों को भी थोड़ा-बहुत नुकसान पहुंचा सकती है।

इन ऑयल के कुछ साइड इफेक्ट्स जो दिख सकते हैं जैसे-

आमतौर पर लैवेंडर, पेपरमिंट, टी ट्री और इलंग-इलंग एसेंशियल ऑयल्स के कुछ रिएक्शन दिख सकते हैं। दालचीनी एसेंशियल ऑयल में फेनोल्स (phenols) उच्च मात्रा में होते हैं, जिससे त्वचा में जलन हो सकती है। ऐसे ही सिट्रस फ्रूट्स से बने एसेंशियल तेल को त्वचा पर लगाने से और धूप के संपर्क आने से जलन हो सकती है।

बहुत कम अध्ययनों ने गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए इन तेलों की सुरक्षा की जांच की है।आमतौर पर इनको एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल की मनाही है।

आमतौर एसेंशियल ऑयल्स को बेस ऑयल के साथ मिलाकर इन्हेल करने या त्वचा पर लगाने से कोई नुकसान नहीं होता है। हालांकि, यदि आपके स्वास्थ्य की गंभीर स्थिति है या आप कोई दवा ले रहे हैं, तो आपको इनके उपयोग से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

इन ऑयल का उपयोग काफी पुराने समय से कई बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है। इन तेलों की सेफ्टी और प्रभाव कई नैदानिक ​​परीक्षणों से साबित हुई है। फिर भी इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना बहुत जरूरी होता है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा इससे जुड़ा कोई भी सवाल या शंका आपके मन में है तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए डाक्टरी सलाह लें। हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।

स्लिमिंग शेपिंग एसेंशियल ऑयल का उपयोग कैसे करें हिंदी में?

एक स्टडी से पता चला है कि ग्रेपफ्रूट एसेंशियल ऑयल के साथ पेट की मसाज करने से बॉडी फैट और कमर का साइज भी कम होता है। साथ ही डाइजेशन को बेहतर बनाता है। साथ ही भूख कम करने में हेल्‍प करता है। वेट लॉस के लिए ग्रेपफ्रूट का इस्‍तेमाल करने के लिए, अपने सीने पर दो से तीन बूंदों की मालिश करें

एसेंशियल ऑयल कैसे यूज़ करें?

इस तरह करें टी ट्री ऑयल का इस्‍तेमाल अपने शैम्पू और कंडीशनर में टी ट्री एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें मिलाएं और इसे अपने नियमित बालों की देखभाल के हिस्से के रूप में इस्तेमाल करें। टी ट्री एसेंशियल ऑयल की 2-3 बूंदों को एक अन्य तेल में मिलाएं, और इसे अपने स्कैल्प में मालिश करें

पेट की चर्बी कम करने के लिए नाभि में कौन सा तेल लगाएं?

पेट की चर्बी घटाने के लिए तेल (Oil to reduce belly fat).
पेपरमिंट ऑयल (Peppermint oil) पेपटमिंट ऑयल के इस्तेमाल से आपकी एनर्जी बूस्ट होती है। ... .
ग्रेपफ्रूट ऑयल (Grapefruit oil) ... .
अदरक का तेल (Ginger oil) ... .
लैवेंडर ऑयल (Lavender oil) ... .
नींबू का तेल (Lemon Oil).

वजन घटाने तेल कैसे उपयोग करें?

- एक कप गर्म पानी में एक छोटी चम्‍मच नारियल तेल डालकर सुबह खाली पेट पीने से शरीर में फैट कोशिकाओं को मेटाबोलाइज करने में मदद मिलती है जिससे वजन घटाने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। - कॉफी में नारियल तेल डालकर पीने से मेटाबॉलिज्म लेवल बढ़ता है।

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