राखी बांधने का सबसे अच्छा समय क्या है? - raakhee baandhane ka sabase achchha samay kya hai?

रक्षाबंधन 2022 के मुहूर्त को लेकर पंडितों के क्या है विचार...।

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राशियों के अनुसार बांधे राखी, यह है राखी बांधने का सबसे बेस्ट समय

ज्योतिर्विद डॉ. एनपी मिश्रा के मुताबिक रक्षा बंधन 11 और 12 अगस्त को भी मनाया जा सकेगा। 12 अगस्त को सुबह 7 बजे से पहले राखी बांधना काफी शुभ माना जाएगा। मुहूर्त (raksha bandhan 2022) के संबंध में डॉ. मिश्रा का कहना है कि 11 अगस्त को सुबह 9.34 बजे तक चतुर्दशी होगी। इसके बाद पूर्णिमा तिथि लगेगी, लेकिन इसी के साथ सुबह 9.35 बजे से भद्राकाल भी शुरू हो जाएगा, जो रात 8.25 बजे तक रहेगा। हालांकि भद्रा का स्थान पाताल में है। इसलिए राखी बांधी जा सकेगी, लेकिन बेहतर होगा कि रक्षा बंधन 12 अगस्त को सुबह-सुबह 7 बजे से पहले मनाया जाए। क्योंकि 12 अगस्त को पूर्णिमा तिथि भी होगी और भद्रा भी नहीं रहेगा। 11 अगस्त को रात साढ़े आठ बजे के बाद भी राखी बांधी जा सकेगी।

लंबी उम्र की कामना

भाई-बहन के बीच प्यार का प्रतीक यह पर्व सभी के लिए मायने रखता है। इसलिए राखी बांधने में कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। रक्षाबंधन पर एक थाली में रोली, चंदन, अक्षत, दही, राखी, मिठाई और घी का एक दीपक रखें। पूजा की थाली से पहले भगवान की आरती करें। इसके बाद भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करवाकर बैठाएं। भाई के माथे पर तिलक लगाएं और फिर रक्षासूत्र बांधें। भाई की आरती उतारने के बाद उसे मिठाई खिलाएं और उसकी लंबी उम्र की कामना करें।

पंडितों के मुताबिक भद्राकाल में राखी बंधवाना शुभ नहीं माना जाता है। वहीं इस दिन यदि भद्रा का अशुभ योग है तो सौभाग्य, आयुष्मान, रवि और शोभन योग जैसे शुभ योगों का संयोग भी रहेगा, जो भद्रा के प्रभाव का असर कम करेगा। इस बार पाताल में भद्रा का निवास है। जब भद्रा निवास आकाश लोक में रहता है तो शुभ कार्य किए जा सकते हैं। रक्षाबंधन की तैयारियों को लेकर शहर के बाजार भी तैयार हो चुके हैं और शहरवासी खरीदारी करने भी पहुंचने लगे हैं।

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राशि के अनुसार बांधे राखी

- मेष (Arise) : लाल, केसरिया, पीले रंग की राखी।
- वृष (Taurus) : नीले रंग या चांदी की राखी।
- मिथुन (Gemini) : सफेद धागे या मोती से निर्मित राखी।

- कर्क (Cancer): सफेद और लाल।
- सिंह (Leo) : गुलाबी, लाल, केसरिया रंग की राखी।
- कन्या (Virgo) : सफेद या हरे रंग की राखी।
- तुला (Libra): फिरोजी या जामुनी रंग की राखी।
- वृश्चिक (Scorpio) : लाल रंग की राखी।
- धनु (Sagittarius): पीले रंग की राखी।
- मकर (Capricornus) : गहरे लाल रंग की राखी।
- कुंभ (Aquarius) : रुद्राक्ष से निमिर्त राखी।
- मीन (Pisces) : पीला या सफेद रंग की राखी।

रात 8.30 से 9.55 बजे तक रक्षा सूत्र बांधना शुभ

पंचांग भेद की वजह से कई क्षेत्रों में 12 अगस्त को भी रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। सूर्योदय से पूर्णिमा तिथि तीन मुहूर्त (rakshabandhan shubh muhurt) से भी कम समय तक रहेगी, इसलिए रक्षाबंधन 11 अगस्त को मनाना ज्यादा शुभ रहेगा। 11 को दिन भर भद्रा है। भद्रा रात 8.30 बजे खत्म हो जाएगी। रात में 8.30 से 9.55 बजे तक चर चौघडिय़ा रहेगा। इस समय में रक्षासूत्र बांधना ज्यादा शुभ रहेगा।

रक्षाबंधन पर चार योग

11 अगस्त को सूर्योदय से दोपहर 3.31 तक आयुष्मान योग रहेगा।
सुबह 5.30 से शाम 6.53 तक रवि योग।
गुरुवार दोपहर 3.32 से शुक्रवार सुबह 11.33 तक सौभाग्य योग रहेगा।
गुरुवार को रक्षाबंधन पर घनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग भी बनेगा।

इस बार रक्षाबंधन 11 अगस्त को पड़ रहा है. रक्षाबंधन के दिन सावन की पूर्णिमा तिथि पड़ रही है. इसके साथ ही रक्षाबंधन के पूरे दिन भद्रा का साया भी रहेगा. हम यहां बता रहे हैं कि किस शुभ मुहूर्त में आपको अपने भाई को राखी बांधनी चाहिए.

Raksha Bandhan 2022

हाइलाइट्स

  • शनिदेव की बहन भद्रा को ब्रह्मा जी ने दिया था श्राप

  • भद्रा में नहीं करना चाहिए कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य

सावन के पूर्णिमा तिथि के दिन इस बार रक्षाबंधन पड़ने जा रहा है. इस बार रक्षाबंधन 11 अगस्त को पड़ रहा है. इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहने वाला  है. ज्योतिष के जानकारों के अनुसार भद्रा में राखी नहीं बांधनी चाहिए. इतना ही नहीं भद्रा में कोई शुभ या मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए. अगर भद्रा में कोई शुभ कार्य किया जाता है तो उसका परिणाम अशुभ ही होता है. 

भद्रा काल पंचांग की गणना 
सावन के पूर्णिमा तिथि के दिन इस बार भद्रा काल रहने वाला है. वहीं इस दिन रक्षाबंधन भी पड़ रहा है. रक्षाबंधन 11 अगस्त के दिन पूर्णिमा तिथि सुबह 11 अगस्त की सुबह 10 बजकर 38 मिनट में शुरू होगा.जो 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक रहेगा. जिसके चलते कई जगह पर 11 और 12 अगस्त को कई जगह पर रक्षाबंधन मनाया जाएगा. 

भद्रा में क्यों नहीं बांधनी चाहिए राखी 
भद्रा काल में राखी नहीं बांधनी चाहिए. भद्रा में राखी नहीं बांधने को एक पौराणिक कथा है. जिसमें बताया गया है कि भद्रा में भी लंकापति रावण की बहन सूर्पणखा ने उनके कलाई पर राखी बांधी थी. जिसके चलते रावण का एक वर्ष के अंदर ही विनाश हो गया था. ऐसा कहा जाता है कि भद्रा को शनिदेव की बहन थी. जिसे ब्रम्हा जी ने श्राप दिया था कि अगर कोई भी भद्रा में शुभ या मांगलिक कार्य करेगा उसका परिणाम अशुभ होगा होगा. जिसके चलते ही भद्रा में राखी नहीं बांधने की सलाह दी जाती है. 

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
रक्षाबंधन के पर्व पर इस बार कई शुभ मुहूर्त बन रहे है. ज्योतिष का जानकारों के अनुसार इस दिन सुबह 11 बजकर 37 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. इसके बाद दोपहर 02 बजकर 14 मिनट से 03 बजकर 07 मिनट तक विजय मुहूर्त होगा. रक्षाबंधन के दिन प्रदोष काल का मुहूर्त 11 अगस्त 2022 को रात के 08 बजकर 52 मिनट से 09 बजकर 14 मिनट रहेगा. जिसे राखी बांधने के लिए सबसे शुभ समय माना जा रहा है. 
 

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रक्षा बंधन कब है 2022 शुभ मुहूर्त?

Raksha Bandhan 2022 Subh Muhurat for 11, 12 August: भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास के पर्व रक्षाबंधन को लेकर इस बार शुभ संयोग बन रहा है। बहनें सुविधा के मुताबिक 11 और 12 अगस्त को शुभ मुहूर्त में राखी बांध सकेंगी।

राखी कब बांधना चाहिए?

पंडितों ने यह भी बताया कि भद्रा जब पाताल लोक में होती है तो इस समय राखी बांधना काफी शुभ माना जाता है. ऐसे में बहुत से लोगों ने 12 अगस्त को ही सुबह राखी का त्योहार मनाया.

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