पीपल का पेड़ कैसे लगाना चाहिए? - peepal ka ped kaise lagaana chaahie?

  • नियम से करेंगे पूजा तो दूर हो सकती हैं सारी दिक्‍कतें

    अगर लगातार मेहनत करनके बाद भी आपको सफलता नहीं मिल रही हो। या राशि में शन‍ि किसी ऐसे स्‍थान पर बैठा हो कि आपको तमाम तरह की परेशान‍ियां झेलनी पड़ रही हों। या फिर किसी रोग से गंभीर रूप से परेशान हों। ऐसे में आपको किसी व‍िशेष पूजा पाठ की या फिर किसी ज्‍योतिषीय सलाह के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप ज्‍योतिष शास्‍त्र में बताए गए आसान से उपाय को अपनाकर ही अपनी लाइफ की सारी प्रॉब्‍लम्‍स दूर कर सकते हैं। इसके मुताबिक पीपल एक ऐसा वृक्ष है, जिसे लगाने अथवा नियमपूर्वक पूजा करने से जीवन की सभी द‍िक्‍कतें आसानी से हल हो सकती हैं। आइए जानते हैं…

  • जब पीपल का पौधा रोप रहे हों तो

    ज्‍योतिष शास्‍त्र के मुताबिक पीपल का पौधा कभी भी घर के अंदर नहीं लगाया जाता है। इसे बाहर ही रोपें लेकिन जब इसे लगाएं तो उस समय ‘मूले ब्रह्मा तने व‍िष्‍णु जटा शंकर तथैवच: पात पात सब देवानां ऊं नमो वासुदेवाय’ इस मंत्र का जप करें। इस मंत्र का अर्थ है ‘तने में विष्‍णु, जड़ में ब्रह्मा, जटा में शंकर का वास है। पत्‍तों में सारे देवताओं न‍िवास है। भगवान श्रीकृष्‍ण को नमन करता हूं।’ बता दें कि पीपल में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। पौधे को रोपते हुए पूरी श्रद्धा और निष्‍ठा रखें कि यह आपके जीवन में आने वाली हर द‍िक्‍कत दूर करेगा।

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  • इन वस्‍तुओं को मिलाकर ही जल अर्पित करें

    जब भी पीपल में जल चढ़ाएं तो ज्‍योतिष शास्‍त्र में बताई गई वस्‍तुओं को उसमें जरूर डाल लें। इसके मुताबिक जल में गाय का शुद्ध दूध, तिल और चंदन मिला लें। इसके बाद यही जल पीपल की जड़ों में ‘मूले ब्रह्मा तने व‍िष्‍णु जटा शंकर तथैवच: पात पात सब देवानां ऊं नमो वासुदेवाय’ मंत्र का उच्‍च स्‍वर से उच्‍चारण करते हुए अर्पित कर दें। कहा जाता है कि इस नियम से जल अर्पित करने से व्‍यक्ति के समस्‍त दु:खों का अंत हो जाता है।

  • ऐसे करें पीपल की पूजा मिलेगी शनि दोषों से राहत

    ज्‍योतिष शास्‍त्र के मुताबिक अगर कोई व्‍यक्ति शन‍ि दोषों से परेशान हो तो उसे पीपल की जड़ में प्रत्‍येक शन‍िवार को जल चढ़ाना चाहिए। इसके बाद वृक्ष की 7 बार परिक्रमा करनी चाहिए। पर‍िक्रमा करते समय मन ही मन में यह प्रार्थना करें कि आपको शन‍ि दोषों से मुक्ति मिले। कहा जाता है कि ऐसा करने से जातक को कभी भी शन‍ि दोष नहीं होता। वहीं जो पहले से ही शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से जूझ रहे होते हैं, उन्‍हें भी राहत मिलती। लेकिन ध्‍यान रहे कि यह क्रम आपको 11, 21 या 51 शन‍िवार तक अपनी श्रद्धानुसार करना है।

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  • सफलता न मिल रही हो तो करें पीपल का यह उपाय

    यदि आपके कार्यों में निरंतर रूप से व्‍यवधान आता हो। या फिर सफलता मिलते-मिलते रह जाती हो तो ज्‍योतिष शास्‍त्र के मुताबिक आपको पीपल वृक्ष के नीचे हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से पवनसुत की कृपा से सभी तरह की बाधाएं दूर हो जाती हैं। यही नहीं सारे बिगड़े हुए कार्य बनने लगते हैं। इसके अलावा अगर आपको लगातार खराब समय सक सामना करना पड़ हो तो पीपल के नीचे शिवलिंग स्‍थापित करके नियमित रूप से उसकी पूजा-आराधना करें। इससे भी हर तरह के दु:ख-तकलीफ से निजात मिलती है। भोले की कृपा से सुख-समृद्धि मिलती है।

हाइलाइट्स

पीपल का पेड़ बहुत शुभ होता है, लेकिन इसका घर में उगना अशुभ माना गया है.वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में पीपल का पेड़ नहीं होना चाहिए.

Peepal Ka Ped : हिन्दू धर्म में पीपल के वृक्ष को बहुत ही पूजनीय स्थान प्राप्त है. ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ पर सभी देवी-देवताओं का वास होता है. पीपल के पेड़ को सभी अन्य पेड़ों में श्रेष्ठ बताया गया है. ज्योतिष शास्त्र में भी पीपल के वृक्ष का बहुत महत्व है. भगवान कृष ने गीता के उपदेश में अपने आप को वृक्षों में पीपल का वृक्ष बताया है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी पीपल का वृक्ष हमारे पर्यावरण के लिए बहुत उपयोगी बताया जाता है. इन्ही सभी मान्यताओं के कारण पीपल के पेड़ की हिन्दू धर्म में पूजा होती है और इसे काटा नहीं जाता है. भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं यदि आपके घर में भी पीपल का पेड़ उग जाए तो क्या करें.

घर में भी पीपल का पेड़ उगने पर करें ये उपाय

-वैसे तो पीपल का पेड़ बहुत शुभ होता है, लेकिन इसका घर में उगना अशुभ माना गया है. यदि यह आपके घर में उग गया है तो पीपल के पेड़ को थोड़ा बड़ा होने दें. इसके बाद इसे मिट्टी सहित खोदकर किसी दूसरी जगह पर लगा सकते हैं. ऐसा करने से ये पेड़ नष्ट नहीं होगा और दूसरी जगह यह अच्छी तरह से बड़ा भी हो जाएगा. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में पीपल का पेड़ नहीं होना चाहिए.

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-यदि पीपल का पेड़ बार-बार एक ही जगह पर उग रहा है तो आप 45 दिन तक पीपल के उस पौधे की पूजा करें और उस पर कच्चा दूध चढ़ाते रहें. इसके बाद पीपल के पौधे को जड़ सहित उखाड़ कर किसी दूसरे स्थान पर लगा सकते हैं.

-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर में पीपल के पेड़ होना या पीपल के पेड़ की छाया पड़ना अशुभ होता है. इससे घर परिवार के सदस्यों की तरक्की में बाधा आती है और घर पर आर्थिक संकट आ सकता है. ऐसे में यदि आपके घर में भी पीपल का पेड़ उग गया है तो रविवार के दिन आप पीपल के पेड़ की पूजा करके उसे कटवा सकते हैं.

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-यदि किसी व्यक्ति के घर में पूर्व दिशा की तरफ पीपल का पेड़ लगा हो तो ऐसा होने से घर में डर और निर्धनता आती है. इसके लिए आप पीपल के पेड़ की विधि विधान से पूजा करवा कर उसे कटवा सकते हैं. अगर पीपल का छोटा पौधा है तो आप उसे एक गमले में लगाकर किसी मंदिर में रख दें.

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Tags: Dharma Aastha, Religion

FIRST PUBLISHED : October 02, 2022, 03:45 IST

पीपल का पेड़ कौन से महीने में लगाना चाहिए?

सावन में पीपल का पौधा किसी भी दिन लगा सकते हैं. हालांकि, इसे सावन के गुरुवार के दिन लगाना शुभ माना जाता है. घर में कभी भी पीपल का पौधा नहीं लगाना चाहिए. पीपल का पौधा हमेशा पार्क या सड़क के किनारे लगाएं.

पीपल का पेड़ कब और कहां लगाना चाहिए?

वास्तु के मुताबिक घर में कभी भी पीपल का पेड़ (Peepal Tree) नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार इसे उचित नहीं माना जाता. कहते हैं कि अगर ये स्वभाविक रूप से बढ़ता है, तो इसे सावधानी से हटाना चाहिए. - घर के बाहर पीपल का पौधा उगता है तो उसकी पूजा करें और वहां से निकालकर गमले में लगा दें.

पीपल का वृक्ष कैसे लगाया जाता है?

ज्‍योतिष शास्‍त्र के मुताबिक पीपल का पौधा कभी भी घर के अंदर नहीं लगाया जाता है। इसे बाहर ही रोपें लेकिन जब इसे लगाएं तो उस समय 'मूले ब्रह्मा तने व‍िष्‍णु जटा शंकर तथैवच: पात पात सब देवानां ऊं नमो वासुदेवाय' इस मंत्र का जप करें। इस मंत्र का अर्थ है 'तने में विष्‍णु, जड़ में ब्रह्मा, जटा में शंकर का वास है।

पीपल का पौधा कब उखाड़ना चाहिए?

पीपल के पेड़ की पूजा करके उसे कटवा सकते हैं अगर घर पर पीपल के वृक्ष की छाया पड़ रही है तो इससे परिवार के सदस्‍यों की तरक्‍की रुक जाती है, घर में आर्थिक संकट (धन लाभ और सुख-शांति के लिए टिप्‍स) मंडराने लगता है और वंश आगे नहीं बढ़ता. इस स्थिति में रविवार के दिन आप पीपल के पेड़ की पूजा करके उसे कटवा सकते हैं.

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