Question
'लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है, यह भूल जाते हो।'- हीरा के इस कथन के माध्यम से स्त्री के प्रति प्रेमचंद के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
Solution
प्रेमचंद के मन में नारी जाति के प्रति सम्मान की भावना थी। नारी का स्थान समाज में सर्वोपरि है, वह पूजनीय है। इसलिए नारी पर प्रहार करने को अमानवीय कहा गया है। प्रेमचंद ने अपनी रचनाओं में स्त्री पात्र का आदर्श रुप प्रस्तुत किया है तथा उन्होंने स्त्री प्रधान रचनाएँ भी की हैं। इससे यह स्पष्ट है कि नारी के प्रति प्रेमचंद का दृष्टिकोण अत्यंत व्यापक है।
विषयसूची
- 1 दढ़ियल आदमी कौन था?
- 2 प्रश्न 5 हीरा मोती को मटर के खेत में अकेला छोड़ कर क्यों नहीं भागा उत्तर 5?
- 3 कांजी हाउस से कौन नहीं भागा था?
- 4 1 कांजीहौस में कैद पशुओं की हाजिरी क्यों ली जाती होगी?
- 5 बंधन से बचकर मालिक के घर की ओर जाते समय बैलों ने खेत में क्या देखा?
- 6 नहीं हमारी जाति का यह धर्म नहीं है कथन से हीरा का क्या अर्थ है?
दढ़ियल आदमी कौन था?
इसे सुनेंरोकेंExpert-verified answer ‘दो बैलों की कथा’ कहानी में दढ़ियल व्यक्ति वो था जो मवेशीखाने से दोनों बैलों हीरा और मोती को नीलामी में खरीदने आया था। उस व्यक्ति की आँखें लाल थीं और वह अपने चेहरे के भाव से बड़ा कठोर दिखाई दे रहा था।
पहली बार हीरा मोती गया के घर से क्यों भागे?
इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 15 हीरा-मोती गया के घर से पहली बार क्यों भागे? १. उन्हें गया और उसका घर अच्छा नहीं लगा। २.
प्रश्न 5 हीरा मोती को मटर के खेत में अकेला छोड़ कर क्यों नहीं भागा उत्तर 5?
इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: उत्तर. साँड पर हीरा-मोती दोनों ने संगठित होकर हमला किया जिसके लिए वह तैयार न था, इसलिए साँड जख्मी होकर भागा।
यह आदमी छुरी चलाएगा यह कथन किसका है?
इसे सुनेंरोकेंचलो, अच्छा ही है, कुछ दिन उसके पास तो रहेंगे. एक बार उस भगवान ने उस लड़की के रूप में हमें बचाया था. क्या अब न बचाएंगे?’ ‘यह आदमी छुरी चलाएगा, देख लेना.
कांजी हाउस से कौन नहीं भागा था?
इसे सुनेंरोकेंकांजीहौस में भी मोती-हीरा को अकेला छोड़कर नहीं भागा। गया के घर से भी दोनों बैल एक साथ रस्सियाँ तोड़कर भागे और झूरी के पास वापस आ गए।
दढ़ियल आदमी कौन था class 9?
इसे सुनेंरोकें(ख) सहसा एक दढ़ियल आदमी, जिसकी आँखे लाल थीं और मुद्रा अत्यंत कठोर, आया। (ग) हीरा ने कहा – गया के घर से नाहक भागे। (घ) मैं बेचूँगा, तो बिकेंगे। (ङ) अगर वह मुझे पकड़ता तो मैं बे-मारे न छोड़ता।
1 कांजीहौस में कैद पशुओं की हाजिरी क्यों ली जाती होगी?
इसे सुनेंरोकेंकांजीहौस में कैद पशुओं की हाजिरी इसलिए ली जाती होगी क्योंकि वहां पर अलग-अलग तरह के पशुओं को उसने बंद कर रखा गया था हाजिरी इसलिए ली जाती थी क्योंकि वहाँ की दिवारे कच्ची थी और अलग-अलग तरह के पशुओं को उसने बंद कर रखा गया था जैसे – गाय, भैंस ,बकरी, घोड़ा, गधा आदि वहां यह भय बना रहता था कि कहीं कोई पशु दीवार को गिरा कर भाग …
गधे का कौन सा गुण उसे ऋषि मुनियों की श्रेणी में खड़ा कर देता है?
इसे सुनेंरोकेंगधे के कौन-से गुण उसे ऋषियों मुनियों की श्रेणी में खड़ा कर देते हैं? Explain:- सहनशक्ति वह गुण है जो गधे को ऋषि-महर्षियों की श्रेणी में ला देता है।
बंधन से बचकर मालिक के घर की ओर जाते समय बैलों ने खेत में क्या देखा?
इसे सुनेंरोकेंखेत में मटर खाते समय दोनों ने मिलकर साँड का सामना किया। कांजीहौस में भी मोती-हीरा को अकेला छोड़कर नहीं भागा। गया के घर से भी दोनों बैल एक साथ रस्सियाँ तोड़कर भागे और झूरी के पास वापस आ गए। दोनों बैल कभी-कभी आपस में सींग मिलाकर गहरी दोस्ती वाले मित्रों की तरह धौल-धप्पा भी करते थे।
मटर के खेत में हीरा चाहता तो भाग सकता था परंतु वह नहीं भागा क्योंकि?
इसे सुनेंरोकेंउससे हीरा का कष्ट देखा न गया। जब मटर के खेत में मटर खाकर दोनों मस्त हो रहे तो वे सींग मिलाकर एक-दूसरे को ठेलने लगे। अचानक मोती को लगा कि हीरा क्रोध में आ गया है तो वह पीछे हट गया। उसने दोस्ती को दुश्मनी में बदलने से रोक लिया।
नहीं हमारी जाति का यह धर्म नहीं है कथन से हीरा का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer Expert Verified ✎… हीरा द्वारा कहे गए इस कथन का आशय यह है कि बैल जो कि गाय की प्रजाति के प्राणी होते हैं, उनका धर्म हिंसा करना नहीं है।
विषयसूची
गया ने बैलों को शरारत के लिए क्या सजा दी?
इसे सुनेंरोकें¿ गया ने बैलों को शरारत के लिए क्या सजा दी? ✎… बैलों द्वारा की गई शरारत पर गया ने दोनों बैलों की लाठी से पिटाई की और उन्हें एक जगह बाँध दिया, जहाँ वे भूखे-प्यासे पड़े रहे। जब बैलों को गया ने हाल में जोता और दोनों ने आगे बढ़ने से इंकार कर दिया, तब गया ने हीरा की नाक पर डंडे लगाए, जिससे मोती को गुस्सा आ गया।
रात को रोटी खाने के बाद दोनों बैल रस्सियाँ क्यों चबा रहे थे?
इसे सुनेंरोकेंउसकी माँ मर चुकी थी । सौतेली माँ उसे मारती रहती थी, इसलिए इन बैलों से उसे एक प्रकार की आत्मीयता हो गयी थी । दोनों दिन-भर जोते जाते, डंडे खाते, अड़ते । शाम को थान में बाँध दिये जाते और रात को वही बालिका उन्हें दो रोटियाँ खिला जाती ।
हमारी जाति का यह धर्म नहीं है इस कथन में किसकी जाति की ओर लेखक ने संकेत किया है?
इसे सुनेंरोकेंकथन से हीरा का क्या आशय है? ✎… हीरा द्वारा कहे गए इस कथन का आशय यह है कि बैल जो कि गाय की प्रजाति के प्राणी होते हैं, उनका धर्म हिंसा करना नहीं है।
दोनों बैलों में ज्यादा सहनशील कौन था?
इसे सुनेंरोकेंAnswer:हीरा मोती की अपेक्षा अधिक सहनशील था । क्योंकि मोती को बहुत जल्द ही गुस्सा आ जाता था । जब गया दोनों बैलों को गाड़ी से जोत कर ले जा रहा था तब मोती ने गया को गड्ढे में गिराना चाहा लेकिन हीरा ने संभाल लिया इस प्रकार हीरा मोती की अपेक्षा अधिक सहनशील था।
हीरा और मोती झूरी को क्यों चाहते थे?
इसे सुनेंरोकेंहीरा और मोती अपने मालिक झूरी के साथ अत्यंत गहरा प्रेम एवं आत्मीय व्यवहार रखते थे। वे अपने मालिक से प्रेम करते हुए उसकी हर बात मानते थे। वे झूरी से अलग नहीं रहना चाहते थे। उनकी इच्छा थी उनका मालिक चाहे जितना काम करा ले पर वह उन्हें अपने से अलग न करे।
दोनों बैल चुपचाप क्यों खड़े थे?
इसे सुनेंरोकेंदोनों आमने-सामने या आस-पास बैठे हुए एक-दूसरे से मूक भाषा में विचार-विनिमय किया करते थे. एक-दूसरे के मन की बात को कैसे समझा जाता है, हम कह नहीं सकते. अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवों में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है.
झूरी के बैल कौन सी जाति के थे?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: झूरी के दोनों बैल पछाई जाति के थे।
दो बैलों की कथा नामक पाठ से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
इसे सुनेंरोकेंइस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें अपनी स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए। जैसे हीरा और मोती ने अपनी आज़ादी को पाने के लिए हर कष्ट सहे।
हीरा और मोती कौन सी जाति के बैल थे?
इसे सुनेंरोकेंवे दोनों पछाई जाति के बैल थे।
जाकर थाने में रपट कर दूंगा यह कथन किसका हैं *?
इसे सुनेंरोकें’जाकर थाने में रपट कर दूँगा। ‘ यह कथन किसका है? D. काँसी हौज।