मात्रा और भार में क्या अंतर है? - maatra aur bhaar mein kya antar hai?

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Short Note

भार और द्रव्यमान में क्या अंतर है? किसी पिंड का पृथ्वी पर द्रव्यमान तथा भार मंगल ग्रह पर भी उतना ही होगा क्या? क्यों?

किसी भी पिंड का द्रव्यमान अर्थात उसमें समाविष्ट द्रव्य की मात्रा का मापन। वस्तु का द्रव्यमान विश्व में सभी जगह एक समान होता है तथा कभी भी शून्य नहीं होता। द्रव्यमान, अदिश राशि है। SI में इसकी इकाई kg है। किसी वस्तु को पृथ्वी जिस गुरुत्वीय बल से आकर्षित करती है, उस बल को भार कहते हैं। इसकी दिशा पृथ्वी के केंद्र की ओर होती है। वस्तु का भार उसके पृथ्वी के सापेक्ष स्थानानुसार बदलता है। पृथ्वी के केंद्र पर भार शून्य होता है। भार, सदिश राशि है। इसकी SI में इकाई न्यूटन (N) है। भार का परिमाण = mg वस्तु का द्रव्यमान पृथ्वी पर तथा मंगल पर समान होगा, परंतु भार समान नहीं होगा, क्योंकि मंगल पर g का मान पृथ्वी के g के मान की अपेक्षा भिन्न होता है। 

अगर आप 8 या 9 कक्षा में है तो आपने कभी न कभी द्रव्यमान ( Mass ) और भार (Weight ) इस दो शब्द सुने ही होंगे। आपको लगा होगा ये दोनों शब्दों को मतलब एक जैसा ही है। लेकिन इन दोनों शब्दों मै काफी ज्यादा अंतर है। आज इस पोस्ट में आपको में द्रव्यमान ( Mass ) और भार (Weight ) में क्या अंतर है (difference between Mass and Weight) ये बताऊंगा।

द्रव्यमान ( Mass ) मतलब किसी भी वस्तु में उसमें पदार्थ (Matter) की मात्रा का माप है। भार (Weight ) मतलब किसी भी वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण (Gravity) द्वारा लगाया गया बल (Force)।

अगर आपको समझ नही आया तो अब में आपको Example के साथ समझाता हूं।

द्रव्यमान (mass) का क्या मतलब है? (what is mean by mass in hindi)

द्रव्यमान ( Mass ) मतलब किसी भी वस्तु में उसमें पदार्थ (Matter) की मात्रा का माप है।

मान लीजिए आपका Weight 49 Kg हैं। आपने गुरुत्वाकर्षण शक्ति का कभी ना कभी नाम सुना ही होगा। गुरुत्वाकर्षण शक्ति मतलब कोई चीज आपको अपने पास कितने बल (Force) खींच लेती है? जैसे की चुंबक (Magnet) किसी भी धातु (Metal) के पास लेके जाए तो वो उस धातु को अपने पास खींच लेता है। उसी तरह हमारी पृथ्वी (Earth) किसी भी चीज को अपने तरह खींच लेती है। अगर हम गेंद (Ball) को हवा में फेके तो वो उसको पृथ्वी अपने तरह खींच लेती है। अब आपको याद आया होगा न्यूटन की कथा। उसके सिर पर सेब गिरा फिर उसने सोचा ये ऊपर क्यों नहीं गया नीचे ही क्यों आया। फिर उसने गुरुत्वाकर्षण शक्ति (Gravitational Force) को खोज की।

चलिए हम अपने टॉपिक पर वापिस आते हैं की द्रव्यमान (mass) का क्या मतलब है? अब तक आपने गुरुत्वाकर्षण शक्ति के बारे सिख लिया। तो द्रव्यमान मतलब उस गुरुत्वाकर्षण शक्ति का विचार किए बिना पदार्थ का माप। जैसे की हमने माना था की आपका Weight 49 Kg हैं। ये तो हो गया आपका weight। इस धरती कोई भी चीज मतलब एक पदार्थ है। तो आप भी एक पदार्थ हो गए। गुरुत्वाकर्षण शक्ति का विचार किए बिना आपका माप मतलब आपका द्रव्यमान हुआ। जैसे की पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल 9.8 m/s² है तो इसका विचार किए बिना मतलब आप अपने Weight को 9.8 से विभाजित (Divide) करे। आपका Weight 49 Kg है तो 49 को 9.8 से विभाजित करे।

49 ÷ 9.8 = 5 मात्रक (units)

तो आपका द्रव्यमान (mass) हुआ 5 मात्रक (units)। द्रव्यमान का कोई मात्रक नही होता इसलिए उसके आगे मात्रक (units) लिखा जाता है। अब आप किसी भी चीज का द्रव्यमान निकाल सकते है। अब हम Weight को समझते हैं।

भार (Weight) का क्या मतलब है? (what is mean by weight in hindi)

भार (Weight ) मतलब किसी भी वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण (Gravity) द्वारा लगाया गया बल (Force)।

हमने द्रव्यमान का मतलब सिख लिया। तो चलिए जानते है भार (Weight) क्या होता है। जैसे की आपका Weight था 49 kg उसको 9.8 से विभाजित किया तो आपका Mass हुआ 5 मात्रक (units)। संसार में कही भी जाए तो आपका द्रव्यमान (Mass) एक (same) ही रहेगा। आप संसार में कही ही जाए कौन से भी ग्रह (planet) पर जाए तो भी आपका द्रव्यमान (Mass) एक (same) ही रहेगा। लेकिन आपका भार (Weight) हर ग्रह (planet) पर बदलता रहेगा। जैसे की आपका भार (Weight) पृथ्वी पर 49 Kg है तो मंगल (Mars) पर वही आपका 18.55 Kg होगा। ऐसा क्यों होता है।

पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण बल 9.8 m/s² है वही मंगल ग्रह 3.711 m/s² है। हर ग्रह पर गुरुत्वाकर्षण बल अलग अलग होता है। लेकिन आपका द्रव्यमान (Mass) हर किसी ग्रह पर सेम ही रहता है। आपका द्रव्यमान (mass) 5 मात्रक (units) है तो इस द्रव्यमान को 3.711 से गुनिए (multiply करे)।

5 x 3.711 = 18.55 Kg

यानी की मंगल ग्रह पर आपका भार (Weight) 18.55 Kg होगा।

अलग अलग ग्रह की गुरुत्वाकर्षण शक्ति।

ग्रह (Planet) गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational Force) m/s²
बुध (Mercury) 3.6
शुक्र (Venus) 8.9
पृथ्वी (Earth) 9.8
मंगल (Mars) 3.8
बृहस्पति (Jupiter) 26
शनि (Saturn) 11.1
अरुण (Urenus) 10.7
वरुण (Neptune) 14.1

आज आपने क्या सीखा।

मुझे उम्मीद है मेरी द्रव्यमान और भार में क्या अंतर है (What is the difference between Mass and Weight in hindi ) यह लेख पसंद आया होगा। आपको जो द्रव्यमान और भार में जो अंतर है वो समझ आया होगा।

मेरा नाम आकाश वांढेकर हैं और मैं महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले से हूँ। मैंने Sinhgad Institute Of Technology And Science, Narhe से Engineering किया हैं।

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भार और मात्रा में क्या अंतर है?

किसी पदार्थ का भार उस पर लगे हुए गुरुत्वाकर्षण बल पर निर्भर करता है जबकि किसी पदार्थ का द्रव्यमान उस पदार्थ में उस्पस्थित द्रव्य की मात्रा होती है।

द्रव्यमान और भार में क्या अंतर है उदाहरण सहित?

द्रव्यमान द्रव्य का जितना परिमाण किसी वस्तु में होता है, वह उस वस्तु का द्रव्यमान कहलाता है। जबकि भार किसी वस्तु को पृथ्वी जिस आकर्षण बल से अपने केंद्र की और खींचती है, उसे वस्तु का भार कहते हैं।

भार का सूत्र क्या होता है?

किसी वस्तु का भार (w) वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण बल है और इसे गुरुत्वाकर्षण के त्वरण (g) के द्रव्यमान (m) गुणा के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। भार एक बल है, भार का SI मात्रक न्यूटन है।

द्रव्यमान एवं भार क्या है?

द्रव्यमान तथा भार में अन्तर (1) किसी वस्तु में निहित कुल द्रव्य की मात्रा वस्तु का द्रव्यमान कहलाती है जबकि जिस गुरुत्वीय बल से पृथ्वी किसी वस्तु को अपने केन्द्र की ओर खींचती है, वह वस्तु का भार कहलाता है

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