लहसुन में कौन कौन से विटामिन पाए जाते हैं? - lahasun mein kaun kaun se vitaamin pae jaate hain?

गुणों का भंडार है लहसुन, जानें कैसे करना चाहिए इसका सेवन

पीढ़ियों से लहसुन एक गुणकारी मसाले के तौर पर जाना जाता है। इसे दवा और सुंदरता बढ़ाने के उपायों के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन की एक गांठ में कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह तत्व, विटामिन सी का बड़ा...

Manjuअंजलि मुखर्जी,नई दिल्लीMon, 18 Nov 2019 06:53 AM

पीढ़ियों से लहसुन एक गुणकारी मसाले के तौर पर जाना जाता है। इसे दवा और सुंदरता बढ़ाने के उपायों के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन की एक गांठ में कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह तत्व, विटामिन सी का बड़ा भंडार मिलता है। साथ ही, कुछ मात्रा में विटामिन बी कॉम्पलेक्स भी इससे मिलता है। 

पुराने समय में मिस्र के लोग सेहत को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए रोज लहसुन खाया करते थे। आज के शोधकर्ता भी इस बात से सहमत हैं कि लहसुन बड़े स्तर पर एक एंटीबायोटिक का काम करता है। यह बैक्टीरिया-रोधी, फफूंद-रोधी, परजीवी-रोधी व वायरस-रोधी है। आइए जानते हैं कि लहसुन  को अपने आहार में शामिल करने के क्या फायदे हैं-

-दिल और फेफड़ों के लिए जरूरी
दिल संबंधी तंत्र के लिए लहसुन जादुई काम करता है। रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम करने में  यह खास प्रभावकारी है। लहसुन सीने की जकड़न में और सर्दी-जुकाम से राहत देने में असरदार रहता है। यह सीने की अन्य समस्याओं में भी राहत देता है।

-कैंसर-रोधी है लहसुन
पशुओं पर किए गए कई प्रयोगों में यह बात सामने आई है कि लहसुन में ट्यूमर-रोधी गुण भी होते हैं। ब्रेस्ट कैंसर के संदर्भ में चूहों पर हुए प्रयोगों में पाया गया कि उन्हें ताजे लहसुन से अपने कैंसर से लड़ने में मदद मिली।  लहसुन का उपयोग नपुंसकता और यौन कमजोरी आदि के इलाज में भी किया जाता है। स्पेन और इटली में पारंपरिक रूप से लहसुन का बड़े स्तर पर आहार में प्रयोग होता रहा है। संभवत: इसी संदर्भ में यह इन देशों में लोकप्रिय हुआ।

-कैसे खाएं
क्या लहसुन का तेल, उसके कैप्सूल, उसकी गोलियां आदि ताजा लहसुन की तुलना में बेहतर होती हैं? कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि ये भी असरदार होते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि उनमें ‘एक्टिव गार्लिक कंपाउंड्स’की मात्रा बहुत कम या ना के बराबर ही रह जाती है। हालांकि हर हाल में ताजा लहसुन का इस्तेमाल करना अच्छा होता है, क्योंकि यह बैक्टीरिया को खत्म करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। माना जाता है कि कच्चा लहसुन रक्त की तरलता बनाए रखता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी ठीक रखता है। यह रक्तदाब कम करने में भी फायदा करता है। लहसुन दिल के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

-इसकी तीखी गंध से पाएं छुटकारा
लहसुन खाने के बाद मुंह से आने वाली उसकी तीखी गंध से छुटकारा पाना है, तो आमतौर पर कॉफी, शहद, दही, दूध या लौंग खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन कुछ का मानना है कि पार्सले खा सकते हैं, क्योंकि इसमें पाया जाने वाला क्लोरोफिल लहसुन की गंध को कम करने में कारगर होता है। पेपरमिंट या चुइंगम भी आजमा सकते हैं। इलायची भी असरदार रहेगी।

  बीते 5,000 सालों से लहसुन को बतौर एंटीसेप्टिक, वात-रोधी तत्व के तौर पर उपयोग किया जा रहा है। यहां तक कि बाल उगाने में भी इसे असरदार माना जाता है। तीखी गंध वाला लहसुन आथ्र्राइटिस, ड्रॉप्सी, इंफ्लुएंजा और टीबी से लेकर कई प्रकार की बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होता रहा है। कुछ लोग स्वस्थ रहने के लिए रोज लहसुन की एक कली खाने की सलाह देते हैं।

हां, जिन्हें लहसुन से एलर्जी है, उन्हें इससे दूर रहना चाहिए। वैसे सलाद में लहसुन डालने से उसका स्वाद बढ़ जाता है। और गार्लिक ब्रेड तो हम सबकी पसंद है ही। यह शाकाहारी और मांसाहारी, दोनों तरह की सब्जियों व सूप का स्वाद बढ़ा देता है।        

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आइए जानते हैं लहसुन और लौंग को भून कर खाने के फायदे -

  1. हड्डियों को मजबूत करता है- लहसुन और लौंग में कैल्शियम,मैग्नीसियम, विटामिन सी और फाइबर होते हैं जो कि हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करते हैं।ये दर्द और सूजन को भी कम करते हैं।
  2. इम्यूनिटी को करता है बूस्ट- रोजाना सुबह लहसुन और लौंग को भून कर खाने से बॉडी में रक्त प्रवाह तेज होता है, इम्यूनिटी बढ़ती है और शरीर से एक्स्ट्रा फ्लूइड को भी ये निकाल देता है।
  3. संक्रमण से लड़ता है- लहसुन और लौंग में कई प्रकार के ऐसे तत्त्व पाए जाते हैं जो कि कई बीमारियों से हमें बचाते हैं, इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और जीवाणुनाशक शरीर में वायरस, फंगस, बैक्टीरिया आदि से लड़ने में मदद करते हैं।
  4. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है- भुने हुए लहसुन और लौंग रोज़ खाने पर यह खून में शुगर की मात्रा कंट्रोल में रखता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेट्री और एंटी ऑक्सीडेंट होता है जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने नहीं देता है।
  5. प्रतिरक्षा बढ़ाता है- लहसुन और लौंग का रोज सेवन से शरीर में रक्त प्रवाह (ब्लड सर्कुलेशन) ठीक रहता है। यह इम्युनिटी बढ़ाता है और साथ ही साथ जो भी एक्स्ट्रा तरल पदार्थ होते हैं उनको भी निकाल देता है।
  6. डिटॉक्सीफाई करता है- एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल होने की वजह से शरीर के विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर कर देता है और शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है।

लहसुन खाने से कौन सा विटामिन मिलता है?

अगर बात करें लहसुन के पोषक तत्वों की तो हर 100 ग्राम लहसुन आपको करीब 150 कैलोरी, 33 ग्राम कार्ब्स, 6.36 ग्राम प्रोटीन मिलता है। लहसुन विटामिन बी1, बी2, बी3, बी6, फोलेट, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जिंक का भी बढ़िया स्रोत है।

लहसुन खाने से कौन कौन सी बीमारी ठीक होती है?

लहसुन की 1 कली खाने के फायदे.
डाइजेशन में सुधार और एसिडिटी को रोकता है ... .
ब्‍लड प्रेशर और ब्‍लड क्‍लॉट को करता है कम ... .
कोलेस्ट्रॉल करता है कम ... .
किडनी डिजीज में करता है मदद ... .
इम्‍यूनिटी में सुधार ... .
प्राकृतिक एंटीबायोटिक, एंटी वायरल और एंटी-फंगल.

रोज लहसुन खाने से क्या फायदा?

विशेषज्ञों ने पाया है कि लहुसन का सेवन करने से इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। सर्दी और फ्लू जैसे वायरस के कारण होने वाली बीमारियों से सुरक्षा देने और खांसी, बुखार, सर्दी के लक्षणों को कम करने में लहसुन के सेवन के लाभ देखे गए हैं। रोजाना लहसुन की दो कलियां खाना सेहत को लाभ दे सकता है।

लहसुन कब नहीं खाना चाहिए?

एसिडिटी की समस्या में लहसुन का सेवन नुकसानदायक हो सकता है. जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, उन्हें लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए. अगर करते हैं तो बहुत ही कम मात्रा में करें, वरना ये आपके लिए बहुत घातक साबित हो सकता है. अगर किसी को मुंह से बदबू आने की शिकायत है, तो उन्हें लहसुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

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