कुत्ते को लक्ष्य करके आरोग्य में एक कविता लिखी थी इस वाक्य में आरोग्य क्या है? - kutte ko lakshy karake aarogy mein ek kavita likhee thee is vaaky mein aarogy kya hai?

विषयसूची

  • 1 कुत्ते को लक्ष्य करके आरोग्य में एक कविता लिखी थी इस वाक्य में आरोग्य क्या है?
  • 2 कुत्ता क्यों किकिया रहा था?
  • 3 गुरुदेव की कुत्ते को लक्ष्य पर लिखी गई कविता कहाँ छपी थी?
  • 4 गुरुदेव की कुत्ते को लक्ष्य कर लिखी गई कविता कहाँ छपी थी a मनोरमा B हंस C सरस्वती D आरोग्य?

कुत्ते को लक्ष्य करके आरोग्य में एक कविता लिखी थी इस वाक्य में आरोग्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइसी कुत्ते को लक्ष्य करके उन्होंने ‘आरोग्य’ में इस भाव की एक कविता लिखी थी – ‘प्रतिदिन प्रात:काल यह भक्त कुत्ता स्तब्ध होकर आसन के पास तब तक बैठा रहता है, जब तक अपने हाथों के स्पर्श से मैं इसका संग नहीं स्वीकार करता। इतनी-सी स्वीकृति पाकर ही उसके अंग-अंग में आनंद का प्रवाह बह उठता है।

कुत्ता क्यों किकिया रहा था?

इसे सुनेंरोकेंकुत्ता क्यों किकिया रहा था? कुत्ते के काटने पर ख्यूक्रिन ने उसकी टांग पकड़ ली थी और उसे वह घसीट रहा था इसलिए कुत्ता किकिया रहा था। उँगली ठीक न होने की स्थिति में ख्यूक्रिन का नुकसान क्यों होता? ख्यूक्रिन पेशे से सुनार था इसलिए उसका काम भी पेचीदा था यदि उसकी उँगली ठीक न होती तो वह काम नहीं कर पाता।

उस समय गाँव में नौटंकी वाले क्यों आते थे?

इसे सुनेंरोकेंउस समय गाँव में नौटंकी वाले क्यों आते थे? Ans: सेना में भर्ती के लिए युवकों को प्रेरित करने के लिए।

हँसी को एक शक्तिशाली इंजन के समान कहा गया है क्योंकि?

इसे सुनेंरोकें(ग) हँसी (आनंद) को एक शक्तिशाली इंजन के समान इसलिए बताया गया है क्योंकि हँसी उदास-से-उदास मनुष्य के चित्त को प्रफुल्लित कर देती है और बड़े-से-बड़े शोक और दुःख को ढहाने में सक्षम कर सकती है।

गुरुदेव की कुत्ते को लक्ष्य पर लिखी गई कविता कहाँ छपी थी?

इसे सुनेंरोकेंAnswer Expert Verified. ‘एक कुत्ता और एक मैना ‘ पाठ में हजारी प्रसाद द्विवेदी ने गुरुदेव रविंद्रनाथ से संबंधित अपनी स्मृतियों को आत्मकथात्मक शैली में प्रस्तुत किया है। इस पाठ में पशु पक्षियों में मिलने वाले प्रेम, भक्ति, विनोद और करुणा जैसे मानवीय भावनाओं का विस्तृत वर्णन है।

गुरुदेव की कुत्ते को लक्ष्य कर लिखी गई कविता कहाँ छपी थी a मनोरमा B हंस C सरस्वती D आरोग्य?

इसे सुनेंरोकें(क) स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण गुरुदेव श्री निकेतन के पुराने मकान में रहने के लिए गए। (ख) श्री निकेतन में भीड़-भाड़ अधिक होती थी। श्री निकेतन में भीड़-भाड़ अधिक नहीं थी। (ग) कुत्ते को लक्ष्य करके गुरुदेव ने आरोग्य में एक कविता लिखी थी।

बिशन की दिलेरी कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंबिशन समझ गया कि शिकारी इधर ही आ रहे हैं। उसने झट तीतर को सुरक्षित स्थान पर छिपा दिया और बाहर निकल गया और शिकारियों की नजर से बचने के लिए खपरैल की ढलावदार छत पर चिमनी के पीछे छिपकर बैठ गया। यहाँ उसे कोई नहीं देख सकता था लेकिन वह सब कुछ देख सकता था। वह देख रहा था कि कर्नल साहब का अल्सेशियन कुत्ता कैसे इधर ही चले आ ।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग