कौन से पोषक तत्व दांतों के इनेमल को सही रखते हैं? - kaun se poshak tatv daanton ke inemal ko sahee rakhate hain?

भले ही हमारे दाँत एक छोटी संरचना की तरह दिखते हो, लेकिन यह होते बहुत ही जटिल है. संरचनात्मक रूप से, दांतों में मिनरल और विटामिन की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो स्वस्थ दांत के अति-आवश्यक है. इन पदार्थों की मात्रा में कमी या वृद्धि दांतों में समस्या पैदा कर सकती है, साथ ही यह आपके चेहरे की सुंदरता को प्रभावित कर सकती है. इसके चलते देखने को मिलता है कि कुछ मामलों में दांतों की कार्यप्रणाली भी प्रभावित हो जाती है. कैल्शियम एक ऐसा मिनरल है जो हमारे दांतों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरुरी होता है. साथ ही कई अन्य विटामिन और मिनरल, दांतों के निर्माण और स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इस लेख में कुछ विटामिन और मिनरल्स के फायदे बताए गए है जो आपके दांतों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है.

विटामिन:

1. विटामिन ए: यह आमतौर पर आपके दृष्टि से संबंधित होता है. जबकि विटामिन ए लार की अच्छी मात्रा के उत्पादन के लिए आवश्यक होता है, जो हेल्थी म्युकस मेम्ब्रम को बनाए रखता है. लार में कमी दांतों के समयपूर्व सङन और मसूड़ों की बिमारी का कारण बन सकती है, ऐसी स्थिति में रोगियों में सांसों की बदबू होना भी देखा जाता है.

2. विटामिन डी: यह कहने की जरूरत नहीं है कि जबड़े की हड्डियों की मजबूती के साथ, हड्डियों की मिनरल डेंसिटी को बढ़ावा देने के लिए कैल्शियम की अच्छी मात्रा की आवश्यकता होती है.

3. विटामिन सी: मसूड़ो में कनेक्टिव टिश्यू फाइबर होते हैं जो दांतों को जबड़े की हड्डी से बांधने में मदद करते हैं. कनेक्टिव टिश्यू की अच्छी ताकत के लिए, विटामिन सी बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए, विटामिन सी की कमी से दांतों की गतिशीलता और गंभीर स्थिति में दांतों की हानि भी हो सकती है.

4. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स: ऐसे बहुत से लोग हैं जो मुंह के घावों को दूर करने के लिए मल्टीविटामिन का सेवन करते हैं. मौखिक स्वास्थ्य और सूजन को कम करने के लिए, नियासिन और राइबोफ्लेविन विशेष रूप से आवश्यक होते हैं.

5. विटामिन के: इसके कई कार्य होते हैं. यह शरीर की चिकित्सा प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है, हड्डियों को तोड़ने वाले पदार्थों को रोकता है. साथ ही हड्डी की ताकत को बढ़ावा देता है और ब्लीडिंग डिसऑर्डर को कम करता है.

मिनरल:
मिनरल्स की एक लंबी सूची निम्नलिखित बताई गई है जो आपके दांतों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं:

1. कैल्शियम: मजबूत तामचीनी से लेकर जबड़े की हड्डी तक, कैल्शियम किसी भी मानव दांत के पूरी संरचना के निर्माण में बहुत जरूरी है. कैल्शियम की कमी के परिणामस्वरूप हाइपोप्लास्टिक दांत हो सकते हैं, जो टूटने और सड़ने के लिए अधिक प्रवण होते हैं.

2. पोटेशियम: यह बोन मिनरल डेंसिटी में सुधार करने के लिए आवश्यक है. यह मैग्नीशियम के साथ संयोजन के रूप में भी काम करता है और ब्लड को बहुत अधिक एसिडिक होने से रोकता है. एसिडिक ब्लड दांतों और हड्डियों से कैल्शियम को बाहर निकाल देता है.

3. फ्लोराइड: यह एक एंटी-डिके दवा होने के कारण दांतों की सड़न को कम करता है. फ्लोराइड जैल को बच्चों के तामचीनी रिमिनरनलाइज़ेशन को बढ़ावा देने के लिए लगाया जाता है जिसमें प्रारंभिक क्षरण हो सकता है.

4. फास्फोरस: हड्डियों के निर्माण में कैल्शियम और पोटेशियम को सहायता प्रदान करता है.

5. आयरन: रेड ब्लड सेल्स काउंट को अच्छे स्तर पर रखने और संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक है.

6. आयोडीन: यह मिनरल  कैल्शियम और पोटेशियम के अवशोषण के लिए आवश्यक है जो दांतों के निर्माण के लिए जरुरी होता है.

7. जिंक: यह स्वाभाविक रूप से लार में पाया जाता है, यह प्लेक गठन और इसके बाद होने वाले संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा करता है.

दांतों के बेहतर कार्य करने के लिए, सुनिश्चित करें कि आपके आहार में ये आवश्यक पोषक तत्व मौजूद हैं. यदि आपके पास कोई चिंता या प्रश्न है, तो आप विशेषज्ञ से परामर्श कर सकते हैं.

शरीर को हेल्दी रखने के लिए सभी पोषक तत्वों का संतुलित रहना बेहद जरूरी है. जिस पोषक तत्वों की शरीर में बहुत कम जरूरत होती है, वह भी शरीर के लिए उतना ही जरूरी है जितना अन्य पोषक तत्व. बेशक शरीर में ऐसी चीजों की बहुत कम जरूरत होती है लेकिन इसकी कमी से कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. इसी तरह का पोषक तत्व है विटामिन K.  विटामिन K की शरीर में बहुत कम जरूरत होती है लेकिन इसकी थोड़ी ही मात्रा हमारे शरीर की कई प्रक्रियाओं को पूरी करने में सहायता करती है. अगर इसकी थोड़ी मात्रा कम हो जाए तो कई बीमारियां हो सकती हैं. इसलिए विटामिन K के स्रोतों का भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए.

विटामिन K वसा में घुलनशील विटामिन है. इसमें प्रोथ्रोम्बिन नाम का प्रोटीन होता है, जो खून में थक्का नहीं बनने देता. इसके साथ ही यह हड्डियों के चयापचय में सुधार करता है और रक्त में कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करता है जिससे हड्डी मजबूत होती है.

हड्डी में ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो सकती
विटामिन K बुजुर्गों में एपिसोडिक मेमोरी में सुधार करने में भी सहायक है और धमनियों में मिनरलाइजेशन को रोक कर रक्तचाप को कम रखने में फायदेमंद है. विटामिन के की कमी होने पर दांत के मसूड़ों से खून आने की शिकायतें हो सकती हैं. इसके अलावा विटामिन के की कमी से हड्डियों में खनिज पदार्थों का बैलेंस बिगड़ जाता है जिससे हड्डी की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो सकती है. 

विटामिन के की कमी को आसानी से उपलब्ध चीजों से पूरी की जा सकती है. आहार में निम्नलिखित चीजों को शामिल कर शरीर में विटामिन K की मात्रा को बढ़ाई जा सकती है. -  

News Reels

कद्दू
कद्दू आसानी से और सस्ते में उपलब्ध होने वाली सब्जी है. इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है. इसके अलावा पोटाशियम, मैग्मीशियम जैसे खनिज पदार्थ भी मिलता है. कद्दू विटामिन के का उत्तम स्रोत है. 

केला
केला भी आसानी से उपलब्ध होने वाला फल है. यह स्वादिष्ट तो होता ही है. यह विटामिन K और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरा होता है. केला पाचन और वजन को मैंटेन करने में भी सहायक है. केले में मौजूद विटामिन K शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाता है और कार्बोहाइड्रेट और वसा को चयापचय में मदद करता है, जिससे उन्हें ऊर्जा में बदल दिया जाता है. 

ब्रोकोली
ब्रोकली जिसे हम हरी गोभी भी कहते हैं, एक पावर फूड है. इसमें विटामिन K के साथ-साथ फाइबर, प्रोटीन, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, सेलेनियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है. इसलिए, हड्डियों के घनत्व में सुधार से लेकर मांसपेशियों के निर्माण तक, के लिए स्वास्थ्यवर्धक है.

एवोकाडो
दांत के मसूड़ों में जब सूजन हो जाता तो एवोकाडो इसमें महत्वपूर्ण सुधार करता है. यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करता है. यह विटामिन K और मैग्नीशियम का एक बड़ा स्रोत हैं. इस फल में पोटेशियम भी होता है और यह फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जिससे आपको लंबे समय तक पेट को भरा हुआ रहने में मदद मिलती है।

ब्लूबेरी
ब्लूबेरी कैलोरी में कम होती है और पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है. ब्लूबेरी में विटामिन K और एंटीऑक्सीडेंट सामग्री हृदय रोग के जोखिम कारकों को कम करने, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर और रक्तचाप को कम करने में मदद करती है.

नट्स
बादाम और काजू में उच्च मात्रा में विटामिन K और मैग्नीशियम होते हैं. ये हृदय स्वास्थ्य और भूख को कम करने के लिए फायदेमंद होते हैं. नट्स मोनोअनसैचुरेटेड वसा भी प्रदान करते हैं जो रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करते हैं और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं.

अंडे
अंडे प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन के का भी भरपूर स्रोत है. इसमें प्रोटीन, फोलेट और सेलेनियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व और खनिज होते हैं. अंडे मांसपेशियों की वृद्धि और हड्डियों की मजबूती में बेहद मददगार है. 

ये भी पढ़ें-

Heart Attack: क्या आप को भी है दिल का दौरा पड़ने का खतरा? जानें कैसे कर सकते हैं बचाव

भारत में कोविड के चार और वेरिएंट्स लोगों के लिए बन सकते हैं खतरा, एक्सपर्ट्स ने जताई चिंता

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

कौन सा पोषक तत्व दांतों के इनेमल को स्वस्थ रखता है?

विटामिन सी- हमारे मसूड़ों और कोमल ऊतकों को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करता है। विटामिन सी स्कर्वी को रोकने में मदद करता है। विटामिन डी- कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करता है और अस्थि खनिज घनत्व को बनाए रखता है। कैल्शियम- जबड़ों के इनेमल और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है

दांतों के इनेमल के निर्माण के लिए क्या आवश्यक है?

इनेमल का निर्माण कैल्शियम फास्फेट से होता है।

दांतों के इनेमल को मजबूत कैसे करें?

जैसे कि नियमित रूप से ब्रश, फ्लॉस और कुल्ला करना आदि। यह एक नियम है कि आपको अपने साथ अपने बच्चों से भी फॉलो करना चाहिए। यह आपके मुंह को स्वस्थ रख आपके दांतों को मजबूत बनाता है। दिन में कम से कम 2 बार ब्रश करना चाहिए।

दांतों को स्वस्थ रखने के लिए कौन सा तत्व आवश्यक है?

विटामिन-सी युक्त फल और सब्जियों का सेवन करें कोरोना काल में डॉक्टर भी इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए विटामिन-सी युक्त फल और सब्जियां खाने की सलाह देते हैं। साथ ही इससे दांत और मसूढ़ें भी मजबूत होते हैं। इसके लिए आप संतरे, कीवी, नींबू, पत्ता गोभी और गोभी का सेवन कर सकते हैं।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग