कौन सा ब्लड ग्रुप सबसे मुश्किल से मिलता है? - kaun sa blad grup sabase mushkil se milata hai?

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सबसे रेयर बोम्बे ब्लड ग्रुप की गर्भवती को आगरा जाकर दिया खून, बचाई जान

कांसापुर के सागर पंडित के प्रयास से एक महिला की जान बच गई है। देश व दुनिया में सबसे रेयर माने जाने वाले बोम्बे ब्लड ग्रुप की एक गर्भवती महिला पूनम आगरा के अस्पताल में भर्ती थी। उसे कहीं से ब्लड नहीं मिल रहा था। इस पर ब्लड हेल्प सेंटर ग्रुप, इंडिया की मथुरा यूनिट ने यमुनानगर की टीम से मदद मांगी।

सागर पंडित ने इसके लिए बोम्बे ब्लड ग्रुप के अध्यक्ष कर्नाटक निवासी विक्रम दादा से बात की। विक्रम दादा ने शिरडी निवासी रविंद्र से संपर्क किया। दोनों दिल्ली पहुंचे। यहां से सागर के साथ वे आगरा पहुंचे और महिला की मदद की। इस पर आगरा के विधायक, स्वास्थ्य अधिकारियों व चीफ ड्रग काउंसलर द्वारा सागर को शील्ड और शॉल देकर सम्मानित किया गया। सागर ने बताया कि यह सम्मान देश के सभी रक्तदाताओं का है। आगरा से लौटने पर सागर का यमुनानगर टीम ने भी स्वागत किया।

आगरा के विधायक, स्वास्थ्य अधिकारियों व चीफ ड्रग काउंसलर ने सागर पंडित को किया सम्मानित

यमुनानगर | रक्तदान करते शिरडी निवासी रविंद्र। उनके साथ कांसापुर के सागर पंडित। (नीली कमीज में)।

बॉम्बे ब्लड ग्रुप से जुड़े फैक्ट्स
वो सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं
सिविल अस्पताल की पैथोलॉजिस्ट डॉ. निशा के अनुसार यह आम धारणा है कि सबसे कम लोगों में पाया जाने वाला रक्त समूह O नेगेटिव होता है। लेकिन O नेगेटिव से भी ज्यादा दुर्लभ बॉम्बे ब्लड ग्रुप है। बॉम्बे ब्लड ग्रुप पूरे विश्व में लगभग 0.04 प्रतिशत लोगों में ही पाया जाता है। मिले आंकड़ों के अनुसार पूरे भारत में लगभग 180 और दुनिया में 230 लोगों का ही बॉम्बे ब्लड ग्रुप मिला है। डाॅ. निशा ने बताया कि बॉम्बे ब्लड ग्रुप को Hh ब्लड टाइप या रेयर ABO ग्रुप भी कहा जाता है। वर्ष 1952 में डॉक्टर वाईएम भेंडे ने इस दुर्लभ बॉम्बे ब्लड ग्रुप की खोज की थी। सबसे मुंबई के कुछ लोगों में यह मिला था। इसलिए इसका नाम बॉम्बे ब्लड ग्रुप पड़ा। इस ब्लड ग्रुप में एच एंटीजन की कमी होती है जिसे बॉम्बे फेनोटाइप के रूप में जाना जाता है। बॉम्बे ब्लड ग्रुप में दो कैटेगरी होती हैं। जो ब्लड आगरा की गर्भवती को दिया गया है वह पॉजीटिव था। इसकी दूरी कैटेगरी नेगेटिव होती है। इसके पूरी दुनिया में केवल छह केस ही सामने आए हैं।

मनुष्य के रक्त के चार समूह
A, B, AB और O में बांटा गया है। O को छोड़ कर A, B, AB समूहों की कोशिकाओं में अनुरूपी एंटीजेन्स होते हैं। इसलिए O किसी भी समूह को अपना खून दे सकता है और यूनिवर्सल डोनर कहलाता है। AB समूह को यूनिवर्सल रेसिपिएंट कहते हैं क्योंकि यह A, B, AB और O सभी रक्त समूह से रक्त ले सकता है।

कौन किसे दे सकता है खून
ब्लड ग्रुप ब्लड दे सकता है ब्लड ले सकता है

A A,B A और O

B B, AB B और O

AB सिर्फ AB AB, A, B और O

O AB, A, B और O सिर्फ O

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TV9 Bharatvarsh | Edited By:

Updated on: May 28, 2021 | 6:22 PM IST

गोल्डन ब्लड ग्रु सुनकर ही किसी बेशकीमती चीज का अहसास होता है. यह खून का दुर्लभ ग्रुप है जो दुनिया में बहुत कम लोगों का होता है. जिस ब्लड ग्रुप को गोल्ड ब्लड कहा जाता है, उसका असली नाम आरएच नल (Rh null) है.

यूं तो आपने ए, बी, ओ, एबी...निगेटिव-पॉजिटिव कई ब्लड ग्रुप के बारे में पढ़ा और सुना होगा, लेकिन क्या आपको पता हैं कि एक और ब्लड ग्रुप है जो पूरी दुनिया में बहुत ही कम लोगों के पास पाया जाता है. दरअसल हम जिस ब्लड ग्रुप के बारे में बात कर रहे हैं. उसे दुनिया का सबसे रेयर ब्लड ग्रुप माना जाता है.

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हम बात कर रहे हैं. गोल्डन ब्लड का असल नाम आरएच नल (Rh null) है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सबसे रेयर होने की वजह से शोध कर रहे वैज्ञानिकों ने इसे गोल्डन ब्लड नाम दिया है. रेयरेस्ट होने और किसी भी ब्लड ग्रुप को चढ़ाए जा सकने की वजह ये खून बेशकीमती होता है.

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ऐसे में खून के तमाम प्रकारों में इस 'गोल्डन ब्लड' कहा जाता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यही है कि इसमें किसी भी तरह का एंटीजन नहीं पाया जाता. कहने का मतलब है कि ये खून किसी भी ब्लड ग्रुप को चढ़ाया जाए तो शरीर उसे स्वीकार कर लेता है.

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यूएस रेयर डिसीज इन्फॉर्मेशन सेंटर के अनुसार गोल्डन ब्लड ग्रुप चूंकि एंटीजन से रहित होता है इसलिए जिन लोगों के शरीर में ये खून होता है उन्हें एनीमिया की शिकायत हो सकती है. यही वजह है कि ऐसे लोगों की जानकारी होते ही चिकित्सक उन्हें डाइट पर खास ध्यान देने और आयरन वाली चीजें ज्यादा से ज्यादा लेने की सलाह देते हैं.

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक रिसर्च के मुताबिक यह अब तक 43 लोगों में ही पाया गया है. इनमें ब्राज़ील, कोलंबिया, जापान, आयरलैंड और अमरीका के लोग शामिल हैं. रेयरेस्ट होने और सेम ब्लड ग्रुप को ही स्वीकार कर पाने की वजह से डॉक्टर इन लोगों को लगातार रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं ताकि जरूरत पड़ने पर ये खून उन्हीं के काम आ सके.

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सबसे कम मिलने वाला ब्लड कौन सा है?

सिविल अस्पताल की पैथोलॉजिस्ट डॉ. निशा के अनुसार यह आम धारणा है कि सबसे कम लोगों में पाया जाने वाला रक्त समूह O नेगेटिव होता है। लेकिन O नेगेटिव से भी ज्यादा दुर्लभ बॉम्बे ब्लड ग्रुप है। बॉम्बे ब्लड ग्रुप पूरे विश्व में लगभग 0.04 प्रतिशत लोगों में ही पाया जाता है।

सबसे महंगा ब्लड ग्रुप कौन सा है?

जवाब: गोल्डन ब्लड इंसानों के शरीर में पाए जाने वाला एक दुर्लभ यानी रेयर ब्लड ग्रुप है। इस ब्लड ग्रुप का दूसरा नाम आरएच नल (Rhnull) है। दुनिया के महज 45 लोगों के शरीर में पाए जाने वाला यह खून किसी भी ब्लड ग्रुप वाले इंसानों के शरीर में चढ़ाया जा सकता है।

दुनिया का सबसे अच्छा ब्लड ग्रुप कौन सा है?

O ग्रुप। यूनिवर्सल दानदाता। जो सबको लग सकता है पर इसे सिर्फ ओ ही लग सकता है। ए बी पोजिटिव सबसे अच्छा बलड ग्रुप है एक बी पोजिटिव वाला मनुष्य ए+, बी+, ओ+, एबी+ के पुरुष से ब्लड ले सकते हैं।

दुनिया में सबसे ज्यादा कौन सा ब्लड ग्रुप पाया जाता है?

-इस पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा ब्लड ग्रुप O पॉजिटिव होता है।

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