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कच्चे चावल खाने का मन क्यों करते हैं लेकिन खाना नहीं चाहिए कथित तौर पर थोड़ा बहुत टेस्ट के लिए कभी कबार कर लेते हैं
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कच्चे चावल के सेवन से व्यक्ति को आलस आना शुरू हो जाता है. Image-shutterstock.com
Side Effects Of Raw Rice: कच्चे चावलों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पाचन (Digestion) संबंधित समस्याओं का कारण बनते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : June 09, 2021, 07:52 IST
Side Effects Of Raw Rice: रोटी की तुलना में चावल (Rice) खाना काफी लोगों को पसंद होता है. खासकर तटीय इलाकों में रहने वाले लोग चावल खाना ज्यादा पसंद करते हैं. चावल को आप अपनी डाइट में कई तरह से इस्तेमाल करते हैं जिसमें दाल-चावल, खिचड़ी और पुलाव शामिल है. आपको बता दें कि सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस (Brown Rice) खाना सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. चावल विभिन्न प्रकार के विटामिन और मिनरल्स का खजाना है. इसमें नियासिन, विटामिन डी, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, थायमीन और राइबोफ्लेविन पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है. वहीं ब्राउन राइस के अंदर भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर और विटामिंस पाए जाते हैं जो शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से बचाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कई लोगों को कच्चे चावल खाने की आदत होती है. कच्चे चावल का सेवन सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. इसे खाने से शरीर को गंभीर नुकसान हो सकता है. आइए आपको बताते हैं कच्चा चावल खाने से कौन सी परेशानियां हो सकती हैं.
कच्चे चावल खाने के नुकसान
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल व पाचन संबंधी समस्या
कच्चे चावलों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो
पाचन संबंधित समस्याओं का कारण बनते हैं. इसके अंदर लेक्टिन नामक प्रोटीन पाया जाता है. यह प्राकृतिक कीटनाशक और एंटीन्यूट्रिएंट्स के रूप में भी काम करता है. कच्चे चावल खाने से पाचन तंत्र संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
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पथरी की समस्या
पथरी के मरीजों के लिए कच्चे चावल खाना नुकसानदायक हो सकता है. दरअसल जो लोग अधिक मात्रा में कच्चे चावल का सेवन करते हैं उन लोगों में पथरी का खतरा बढ़ सकता है.
फूड पॉइजनिंग की परेशानी
कच्चे चावल खाने से फूड पॉइजनिंग की समस्या हो सकती है. कच्चे चावल में बैसिलस सिरस नामक बैक्टीरिया मौजूद होता हैं जो शरीर में फूड प्वाइजनिंग की समस्या खड़ी कर सकता है. इसलिए कच्चे चावल के सेवन से बचें.
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एनर्जी कम होना
कच्चे चावल के सेवन से व्यक्ति को आलस आना शुरू हो जाता है. कच्चे चावलों का सेवन करने से शारीरिक थकान होती है जो बॉडी की एनर्जी को कम कर देती है. थकावट की वजह से कई प्रकार की
बीमारियां भी हो सकती हैं.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)undefined
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : June 09, 2021, 07:50 IST
सवाल-
मैं 44 साल की महिला हूं. 1 साल से एक विचित्र समस्या से परेशान हूं. मैं रोजाना 1 कटोरी कच्चे चावल खाती हूं. इन्हें खाए बिना मुझे चैन नहीं मिलता. मैं ने इस आदत को छोड़ने की बहुत कोशिश की पर लत है कि छूटे नहीं छूट रही है. इस बीच मुझे त्वचा रोग ऐग्जिमा भी हुआ, जो दवा खाने से ठीक हो गया. 2 बार यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फैक्शन भी हुआ. वह भी दवा लेने से ठीक हो गया. कहीं ऐग्जिमा और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फैक्शन कच्चे चावल खाने की लत से तो नहीं हुआ या फिर यह कहीं शरीर में किसी विटामिन की कमी का लक्षण तो नहीं? कृपया बताएं कि कच्चे चावल खाने की अपनी इस आदत से छुटकारा पाने के लिए क्या करूं?
जवाब-
आप जिस समस्या से गुजर रही हैं वह पाइका नामक विकार का ही एक रूप नजर आता है. यह तन से अधिक मन का विकार है, जो वयस्कों में कम बच्चों में अधिक देखा जाता है. गर्भवती स्त्रियों में भी यह विकार देखा जाता है. अकसर इस में मिट्टी, दीवार का चूना, पेंट, लकड़ी का चूरा आदि चीजें खाने की आदत पड़ जाती है. यह तो गनीमत है कि आप की लत कच्चे चावल खाने तक ही सीमित है. यह विकार किन कारणों से जन्म लेता है, यह कोई ठीकठीक नहीं जानता. पर अत्यधिक मानसिक स्ट्रैस, शरीर में विटामिन और खनिज आदि तत्त्वों की कमी, औब्सेसिव कंपल्सिव डिसऔर्डर जैसी कई भिन्नभिन्न स्थितियां इस के लिए दोषी पाई गई हैं. आप के शरीर में किसी विटामिन या खनिज तत्त्व की कमी है, यह सहीसही जानकारी तो डाक्टरी जांच से ही प्राप्त हो सकती है. शारीरिक जांच और विशेष रक्त जांच कर के डाक्टर विटामिन और खनिज तत्त्वों की कमी की पुष्टि का उपाय बता सकता है. अगर समस्या मनोवैज्ञानिक है, तब इस का समाधान किसी योग्य साइकोलौजिस्ट की मदद से किया जा सकता है. बिहेवियर थेरैपी और कुछ दवाएं इस स्थिति में लाभकारी सिद्ध होती हैं.
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