इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 2: गोपी द्वारा माता यशोदा से कृष्ण की, की गई शिकायत को अपने शब्दों में लिखिए। उत्तर: बालक कृष्ण की शरारतें तथा नित्य प्रति माखन चुराने की आदत से तंग होकर गोपी यशोदा के पास शिकायत करने आती है कि कृष्ण दोपहर के समय सुनसान में घर आते हैं। दरवाजा खोलकर दही-माखन खाते हैं तथा साथियों को भी खिलाते हैं।
कृष्ण माँ यशोदा से चोटी के बारे में क्या कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: श्रीकृष्ण यशोदा से पूछते हैं कि मेरी चोटी कब बड़ी होगी। मैं काफी दिनों से दूध पी रहा हूँ, फिर वह छोटी की छोटी ही है। माता यशोदा ने कृष्ण को क्या बताया था? Answer: माँ यशोदा ने बालक कृष्ण को यह बताया था कि दूध पीने से तेरी चोटी बलराम की तरह लंबी और मोटी हो जाएगी।
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द्वारपाल ने श्रीकृष्ण को क्या बताया?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर: द्वारपाल ने श्री कृष्ण से सुदामा के बारे में बताते हुए कहा, ”प्रभु! दरवाजे पर एक गरीब तथा दुर्बल ब्राह्मण खड़ा है। वह आपसे मिलना चाहता है। वह अपना नाम सुदामा बता रहा है।
कृष्ण को क्या खाना पसंद है?
इसे सुनेंरोकेंभगवान कृष्ण को दूध और मक्खन अति प्रिय था। अत: जन्माष्टमी के दिन मखाने की खीर, धनिया पंजीरी, माखन मिश्री, नारियल पाग जैसे मीठे व्यंजन बनाकर भगवान कृष्ण को भोग लगाया जाता है।
कृष्ण ने अपनी चोटी के बारे में क्या कल्पना की?
इसे सुनेंरोकेंश्रीकृष्ण अपनी चोटी के विषय में क्या-क्या सोच रहे थे? उत्तर:- श्रीकृष्ण अपनी चोटी के विषय में सोच रहे थे कि उनकी चोटी भी बलराम भैया की तरह लम्बी, मोटी हो जाएगी फिर वह नागिन जैसे लहराएगी।
तैं ही पूत अनोखौ जायौ पंक्तियों में ग्वालन के मन के कौन से भाव मुखरित हो रहे हैं?
इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 4: ‘तैं ही पूत अनोखौ जायौ’- पंक्तियों में ग्वालन के मन के कौन-से भाव मुखरित हो रहे हैं? उत्तर : यहाँ पर ग्वालन के हृदय में यशोदा के लिए ईर्ष्या (जलन) की भावना व क्रोध के भाव मुखरित हो रहे हैं।
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कृष्ण भगवान अपनी क्या बढ़ाने की बात कर रहे हैं?
इसे सुनेंरोकें2. श्रीकृष्ण अपनी चोटी के विषय में क्या-क्या सोच रहे थे? उत्तर:- श्रीकृष्ण अपनी चोटी के विषय में सोच रहे थे कि उनकी चोटी भी बलराम भैया की तरह लम्बी, मोटी हो जाएगी फिर वह नागिन जैसे लहराएगी।
1 द्वारपाल ने सुदामा की दशा का कैसा वर्णन किया श्रीकृष्ण की क्या मनोदशा हुई लिखिए?
इसे सुनेंरोकेंसुदामा की दीनदशा देखकर श्री कृष्ण की आँखों से करुणा के आंसू बहने लगे। उन्होंने तुरंत अपने मित्र सुदामा को गले लगाया और उनके पैरों को धोने के लिए पानी मंगवाया, परंतु सुदामा से मिलन में भाव विह्वल होकर उनके आँखों से इतने आंसू झरझर बहने लगे कि सुदामा के पैर उनके आंसुओं से ही धुल गए।
निम्नलिखित पंक्ति कौन किस से कह रहा है चोरी की बान में हौ जू प्रवीने ||?
इसे सुनेंरोकेंAnswer Expert Verified. क) उपयुक्त पंक्ति श्री कृष्ण अपने बाल सखा सुदामा से कह रहे हैं।
गोपी ने यशोदा को यह उलाहना क्यों दिया कि क्या तूने अनोखा पुत्र पैदा किया है?
गोपियों को ऐसा लगता था कि यशोदा से कितनी भी कृष्ण की शिकायत करो लेकिन वे उसे कुछ नहीं कहतीं। वास्तव में यशोदा के मना करने पर भी वे मानते नहीं थे। दूसरी ओर यशोदा उनकी हर अच्छी-बुरी हरकत पर सदा मंत्रमुग्ध रहती थीं। हर रूप में वे उन्हें प्रिय लगते थे। इसीलिए वे चाहकर भी कृष्ण को दंडित न कर पाती थीं।कुछ शब्द परस्पर मिलते-जुलते अर्थवाले होते हैं, उन्हें पर्यायवाची कहते हैं। और कुछ विपरीत अर्थवाले भी। समानार्थी शब्द पर्यायवाची कहे जाते हैं और विपरीतार्थक शब्द विलोम, जैसे-
पर्यायवाची - चंद्रमा-शशि, इंदु, राका
मधुकर-भ्रमर, भौंरा, मधुप
सूर्य-रवि, भानु, दिनकर
विपरीतार्थक - दिन-रात
श्वेत-श्याम
शीत-उष्ण
पाठों से दोनों प्रकार के शब्दों को खोजकर लिखिए।