फ्रांस में मानव अधिकारों की घोषणा कब की गई थी *? - phraans mein maanav adhikaaron kee ghoshana kab kee gaee thee *?

फ्रांस में पुरुष और नागरिक अधिकारों की घोषणा के महत्च का वर्णन करें।

पुरुष और नागरिक अधिकारों की घोषणा फ्रांस के इतिहास में महत्वपूर्ण निर्णय था ।

  1. संविधान " पुरुष एव नागरिक अधिकार'' घोषणा पत्र के साथ शुरू हुआ था। जीवन का अधिकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार और कानूनी बराबरी के अधिकार को नैसर्गिक एवं अहरणीय अधिकार के रुप में स्थापित किया गया । अर्थात् ये अधिकार प्रत्येक व्यक्ति को जन्मना प्राप्त थे और इरने कोई छीन नहीं सकता।
  2. राज्य का यह कर्त्तव्य माना गया कि वह प्रत्येक नागरिक के नैसर्गिक अधिकारों की रक्षा करे। पुरुष और नागरिक घोषणा पत्र ने अन्य स्थानों पर क्रांतिकारी आन्दोलन को जन्म दिया।

उन जनवादी अधिकारों की सूची बनाएँ जो आज हमें मिले हुए हैं और जिनका उद्ग्म फ्रांसीसी क्रांति में हैं।

ऐसे प्रजातांत्रिक अधिकार जिनकी उत्पत्ति फ्रांसीसी क्रांति में खोजी जा सकती है तथा जिनका उपभोग आज हम करते हैं वह निम्नलिखित है-
(i) समानता का अधिकार।
(ii) भाषण तथा विचार अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता का अधिकार।
(iii) मत देने तथा किसी खास कार्यालय के लिए चुने जाने का अधिकार।
(iv) संपत्ति का अधिकार।
(v) सुरक्षा का अधिकार। 
(vi) दमन के विरोध का अधिकार।

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फ्रांसीसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फ़ायदा मिला? कौन-से समूह सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर हो गए? क्रांति के नतीजों से समाज के किन समूहों को निराशा हुई होगी?  

फ्रांस की क्रांति से सबसे अधिक लाभ पढ़े-लिखे धनी मध्य वर्ग को पहुंचा। राज परिवार, पादरी तथा कुलीन वर्ग को सत्ता छोड़ने के लिए विवश किया गया। क्रांति के परिणामों से वहां की महिलाओं को निराशा का सामना करना पड़ा।

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क्या आप इस तर्क से सहमत हैं कि सार्वभौमिक अधिकारों के संदेश से नाना अंतर्विरोध थे?

हां, यह सत्य है कि सार्वभौमिक अधिकारों का संदेश विभिन्न विरोधाभासों से भरा हुआ था-
(i) महिलाओं ने लिंग आधारित अधिकारों के घोषणा पत्र के विरुद्ध विरोध किया। 
(ii) ज्याँ-पॉल मरा ने इसका विरोध किया कि लोगों का प्रतिनिधित्व करने का संवैधानिक अधिकार सिर्फ उच्च वर्ग और अमीर लोगों को उपलब्ध था। गरीबों तथा दलितों को इस अधिकार से अलग रखा गया था।
(iii) डेस्मॉलिन्स ने आतंक के राज की आलोचना की जिसका उपयोग स्वतंत्रता के अधिकार की परिपक्वता तक इसको सीमित रखने के लिए किया गया था।

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फ्रांस में क्रांति की शुरुआत किन परिस्थितियों में हुई? 

निम्नलिखित परिस्थितियाँ फ्रांस में क्रांतिकारी प्रतिरोध को भड़काने में सहायक रही-
(i) पेरिस में 14 जुलाई, 1789 को खतरे की घंटी का बजाया जाना l
(ii) शहर में राजा द्वारा सेना को प्रवेश करने की आज्ञा देना l
(iii) राजा जल्दी ही नागरिकों पर गोली चलाने का आदेश देने वाला है जैसी अफवाहों को फैलाना l
(iv) जब 5 मई 1789 को राजा द्वारा एस्टेट के प्रतिनिधियों को बुलाया गया, तो दूसरे तथा पहले एस्टेटों के प्रतिनिधि तो बैठे हुए थे परन्तु, तीसरे एस्टेट के 600 प्रतिनिधियों को पीछे की ओर खड़ा रखा गया l साथ ही, तीसरे एस्टेट के प्रतिनिधियों को पहले तथा दूसरे एस्टेट के प्रतिनिधियों के बराबर मतदान का अधिकार नहीं दिया गया l इन्हीं कारणों से फ्रांस में क्रन्तिकारी प्रतिरोध की आग भड़की l

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उन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ़्रांसिसी क्रांति कौन-से विरासत छोड़ गई?

(i) लोकतान्त्रिक अधिकारों के विचार, जैसे स्वतंत्रता और जनवादी अधिकारों के विचार फ्रांसीसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे। ये विचार 19वीं सदी में फ़्रांस से निकल कर बाकी यूरोप में भी फैले।
(ii) इसके साथ ही इन्हे भारत और यू.एस.ए. जैसे देशो के सविधान में भी शामिल किया गया। मौलिक अधिकारों के रूप में ये भारत को मिले।
(iii) पुरुष और नागरिक अधिकरों ने भी विश्व में क्रन्तिकारी आंदोलनों पर प्रभाव डालाl जैसे एशिया, अफ्रीका आदि।
(iv) 'आदमी स्वतंत्र पैदा होते है, स्वतंत्र रहते है, और उनके अधिकार भी सामान होते है' इस कथन ने औपनिवेशिक लोगो को प्रभावित कियाl इसके परिणाम यह हुए की उन्होंने गुलामी के खिलाफ आवाज़ उठाई।
(v) ये नए क्रन्तिकारी प्रभाव बहुत जल्दी ही फ़्रांस अधिकृत यूरोपीय तथा विश्व के अन्य देशो में फैल गएl लोग ने संप्रभु राष्ट्रीय-राज्य की स्थापना के लिए विरोध करना शुरू किया।

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निम्नलिखित में से किस वर्ष में फ्रांस में 'मानवाधिकारों की घोषणा' की गई थी?

This question was previously asked in

DSSSB TGT Social Studies Female General Section - 9 Oct 2021 Shift 3 (Subject Concerned)

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  1. 1788
  2. 1789
  3. 1777
  4. 1798

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : 1789

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10 Questions 10 Marks 6 Mins

फ्रांसीसी क्रांति एक आंदोलन था जिसने 1787 से 1799 तक फ्रांस को हिलाकर रख दिया, 1789 में चरमोत्कर्ष और फ्रांस में राजशाही को समाप्त कर दिया।

Key Points

  • क्रांति के विभिन्न कारण हैं जिनका उल्लेख नीचे किया गया है:
    • सामंती व्यवस्था के लिए किसान समर्थन की हानि
    • एक विस्तारित पूंजीपति वर्ग जिसे राजनीतिक सत्ता से बाहर रखा गया था
    • अमेरिकी क्रांति में भाग लेने से एक वित्तीय संकट बढ़ गया
    • दार्शनिकों के सुधारवादी लेखन की व्यापक स्वीकृति
    • 1788 में फसल की विफलता
  • 1789 में, लुई सोलहवें ने एस्टेट्स-जनरल की एक बैठक बुलाई, जिसमें टेनिस कोर्ट में पादरी, रईस और थर्ड एस्टेट (सामान्य) शामिल थे।
  • 4 अगस्त, 1789 को, विधानसभा ने एक नए संविधान का मसौदा तैयार किया, जिसमें मानव और नागरिक अधिकारों की घोषणा शामिल थी।
  • 1791 के संविधान के तहत एक अल्पकालिक संवैधानिक राजतंत्र का भी गठन किया गया था।

इसलिए, 1789 में विधानसभा द्वारा मानव और नागरिक अधिकारों की घोषणा को अपनाया गया था।

Additional Information

  • हालांकि 17वीं शताब्दी के सिद्धांतकारों जैसे रेने डेसकार्टेस, बेनेडिक्ट डी स्पिनोज़ा, और जॉन लोके, मोंटेस्क्यू, वोल्टेयर, रूसो लेखन ने फ्रांसीसी क्रांति को प्रेरित किया।
  • जैकोबिन फ्रांस में ईसाई धर्म से छुटकारा पाना चाहते थे।
  • बाद में, बोल्शेविकों को फ्रांसीसी क्रांति, विशेष रूप से जैकोबिन्स, कट्टरपंथी फ्रांसीसी क्रांतिकारियों से प्यार था, जिन्होंने आतंक का शासन शुरू किया था।
  • फ्रांसीसी समाज में 'मनुष्य के अधिकारों की घोषणा' महिलाओं के मौलिक अधिकार का विस्तार नहीं किया गया था।

Last updated on Sep 26, 2022

The Delhi Subordinate Services Selection Board (DSSSB) released the result for the exam of DSSSB TGT (Trained Graduate Teacher) Social Science (Female) on 24th August 2022. The Post Code of the exam is 40/21. The candidates can go through the DSSSB TGT Exam Analysis form here. Also, we are providing the candidates with the steps to download their DSSSB TGT Result. DSSSB has also started the DSSSB TGT recruitment process for 2022 for which a total number of 364 vacancies have been released.

फ्रांस में मानव अधिकारों की घोषणा कब हुई?

कानून सामान्य इच्छा की अभिव्यक्ति है। सभी नागरिकों को व्यक्तिगत रूप से या अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से इसके निर्माण में भाग लेने का अधिकार है।

फ्रांस की राष्ट्रीय सभा ने कब मानव अधिकारों की घोषणा की थी a 1780 B 1789 C 1799 D 1810?

वे मानव स्वभाव का अधिकार होने के लिए कहा जाता है। घोषणा के अंतिम विचार को नेशनल असेंबली (Assemblée nationale constituante) द्वारा 26 अगस्त 1789 को स्वीकार कर लिया गया।

फ्रांस के इतिहास में पुरुष एवं नागरिकों के अधिकारों की घोषणा का क्या महत्व है?

Solution : अगस्त 1789 में फ्रांस की राष्ट्रीय संविधान सभा द्वारा फ्रांसीसी क्रांति के फलस्वरूप वयस्क मताधिकार और नागरिक अधिकारों से संबंधित मौलिक अधिकारों की घोषणा की गई थी। इसमें राज्य के सार्वभौमिक सामूहिक अधिकारों और व्यक्तिगत अधिकारों को पारिभाषित किया गया है।

मानव अधिकारों की द्वितीय सार्वभौम घोषणा कब हुई?

मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा इस घोषणा के परिणामस्वरूप संयुक्त राष्ट्र संघ ने 10 दिसम्बर 1948 को मानव अधिकार की सार्वभौम घोषणा अंगीकार की। इस घोषणा से राष्ट्रों को प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ और वे इन अधिकारों को अपने संविधान या अधिनियमों के द्वारा मान्यता देने और क्रियान्वित करने के लिए अग्रसर हुए।

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