20 क ल आट और पड़ सन - 20 ka la aat aur pad san

संकलन : अनिरुद्ध जोशी 'शतायु'

आज हमारे भारत देश मे समस्यायों का अम्बार लगा हुआ है। वर्षो की गुलामी ने हमारे दिल और दिमाग पर गहरा असर डाला है। भारत एक ओर तो जहां विकास की ऊंचाइयां छूने के लिए तैयार है, वहीं वह दूसरी ओर पतन की शुरुआत भी कर चुका है। व्यापार, राजनीति, समाज और धर्म के साइड इफेक्ट तो देखने को मिल ही रहे हैं लेकिन इससे कहीं ज्यादा खतरनाक हो रहे हैं हालात।

संपूर्ण विश्व के भ्रष्ट और चालाक राजनीतिज्ञ भारत को निगलने की फिराक में बैठे हैं क्योंकि भारत के राजनीतिज्ञ औसत दर्जे की सोच रखते हैं। 

हम लगातार बढ़ती जनसंख्या, काबू से बाहर होती महंगाई, गरीबी के कारण भुखमरी, समाज में जहर की तरह फैल रहा भ्रष्टाचार और देश के युवाओं को हर हफ्ते होता सच्चा प्यार जैसी समस्याओ की बात नहीं करेंगे।

भारत में 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेश हैं। सभी प्रदेश किसी न किसी समस्या से जूझ रहे हैं। कोई आबादी के दबाव से तो कोई भुखमरी से जूझ रहा है। कोई आतंकवाद या नक्सलवाद की समस्या से ग्रस्त है तो कोई प्राकृतिक आपदाओं से परेशान है। कोई निरक्षरता और बेरोजगारी से लड़ रहा है तो कोई सामाजिक असमानता और सांप्रदायिकता का दंश झेल रहा है। हम इन सभी समस्याओं को छोड़ भी दें तो भारत में ऐसी 10 बुराइयां हैं, जो भारत को धीरे-धीरे निगल रही हैं। आओ जानते हैं कि वे बुराइयां क्या है?

अगले पन्ने पर पहली बुराई...

खास बातें

LIVE Solar Eclipse 2022 (सूर्य ग्रहण ) Updates - आज साल का पहला सूर्य ग्रहण लग गया है। सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं- पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलय सूर्य ग्रहण। यह सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह ग्रहण वैशाख अमावस्या की तिथि पर मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लगा है। यह सूर्य ग्रहण आंशिक होने के कारण भारत में दिखाई नहीं देगा, ऐसे में भारत में इसका सूतककाल मान्य नहीं होगा। सूतक काल मान्य नहीं होने के कारण किसी भी तरह धार्मिक कार्यों में कोई भी रुकावटें नहीं रहेगी। भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू हो गया है, यह सुबह 4 बजकर 07 मिनट तक रहेगा। इस सूर्य ग्रहण के बाद दूसरा सूर्य ग्रहण इस साल 25 अक्तूबर को लगेगा।

लाइव अपडेट

04:10 AM, 01-May-2022

सूर्य ग्रहण खत्म, अब जरूर करें ये उपाय

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद तुलसी के पौधे में गंगाजल का छिड़काव करें। 
  • ग्रहण खत्म होने के बाद ही गर्भवती महिला को तुरंत स्नान करना चाहिए। 
  • सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद पूरे घर में और घर के पूजा स्थल में गंगाजल का छिड़काव अवश्य करें। 
  • सूर्य ग्रहण के खत्म होने के बाद तिल, चने की दाल का दान अवश्य करें। 
  • ग्रहण खत्म होने के बाद अपने आराध्य देव के दर्शन अवश्य करें।
  • सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद परिवार सहित भगवान श्रीहरि विष्णु और माता तुलसी के नामों और मंत्रों का जाप करें।

03:39 AM, 01-May-2022

14 साल बाद बनेगा ऐसा शुभ संयोग

आज से पहले वैशाख महीने में तीन साल पहले 2019 में शनि अमावस्या का संयोग बना था और अब 14 साल बाद 2036 में ऐसा संयोग बनेगा। अमावस्या के दिन पितरों के लिए श्राद्ध कर्म भी किए जाते हैं। इससे पितरों की आत्मा तृप्त होती है और वे अपने परिवार और सगे संबंधी को सुखमय जीवन का आशीर्वाद देते हैं।

02:38 AM, 01-May-2022

शनि अमावस्या पर तीन शुभ संयोग

जब कोई अमावस्या शनिवार को पड़ती है तो उसे शनिश्चरी अमावस्या कहा जाता है। साल की पहली शनिश्चरी अमावस्या पर सूर्य ग्रहण लगा है। लेकिन ज्योतिषविद इससे भयभीत होने की बजाय इसे शुभ बता रहे हैं। क्योंकि वैशाख माह की शनि अमावस्या इस बार एक नहीं बल्कि तीन-तीन शुभ संयोग लेकर आई है। इस बार शनि अमावस्या पर मेष राशि में तीन ग्रह सूर्य, चंद्रमा और राहु एकसाथ आ गए हैं। एक ही राशि में तीन ग्रह होने से त्रिग्रही योग बन रहा है। इस दौरान सूर्य अपनी उच्च स्थिति में हैं और शनि अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमान हैं। इस बीच प्रीति, आयुष्मान और केदार तीन शुभ योग बन रहे हैं। शुभ योग होने से शनिश्चरी अमावस्या का महत्व और भी बढ़ गया है।

02:01 AM, 01-May-2022

सूर्य ग्रहण के बाद करें ये उपाय, घर में लक्ष्मी का होगा वास

सूर्यग्रहण की समाप्ति के बाद लोंगों को स्नान करना चाहिए। उसके बाद मां लक्ष्मी को लाल रंग का पुष्प अर्पित कर उनकी पूजा करें। इसके बाद घर-परिवार में कृपा करने की प्रार्थना करें। मां लक्ष्मी की कृपा से घर में धन की कमी नहीं होगी। एक कमल का फूल लेकर उस पर कुमकुम लगाकर बहते पानी में प्रवाहित करें। साथ ही अपने आराध्य देव से यह प्रार्थना करें कि इस फूल के साथ घर-परिवार के सभी दुख, दर्द, संकट और दरिद्रता भी दूर हो जाए, घर में देवी मां लक्ष्मी का वास हो। इसके साथ ही एक कटोरी आटा, एक कटोरी चावल, एक कटोरी काली उड़द की दाल और कुछ पैसे अपने हाथ में लेकर ईश्वर का ध्यान करते हुए प्रार्थना करें कि हे प्रभु सूर्यग्रहण के अशुभ फल हमारे घर-परिवार को कभी ना सताएं।

01:42 AM, 01-May-2022

सूर्यग्रहण खत्म होने के तुंरत बाद जरूर कर लें ये सात काम 

शास्त्रों के मुताबिक ग्रहण खत्म होने के बाद भी उसका प्रभाव रहता है। इसे दूर करने के लिए कुछ विशेष उपाय करना बेहद जरूरी है। शास्त्रों के अनुसार जिस प्रकार सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ काम करना वर्जित माना जाता है उसी प्रकार सूर्य ग्रहण खत्म होने पर भी कुछ चीजों का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण को अशुभ माना जाता है। ऐसे में सूर्य ग्रहण के खत्म होने के बाद ऐसे कुछ काम जरूर करने चाहिए, जिससे ग्रहण के नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव खत्म हो जाए। आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण के तुरंत बाद क्या करना चाहिए।

दान- ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें और किसी जरूरतमंद को अन्न, वस्त्र, या धन का दान करें। ग्रहण के दौरान पहने गए कपड़ों को भी दान कर दें।

देवताओं के दर्शन- ग्रहण काल में मंत्र जाप व चिंतन कार्य करने का विधान है। इसलिए ग्रहण का मोक्ष काल समाप्त होते ही भगवान के दर्शन करना विशेष शुभ फल देता है।

तुलसी के पौधे को गंगाजल से शुद्ध करें- सूर्य ग्रहण के बाद मंदिर की सफाई करें और भगवान की मूर्तियों को पवित्र गंगाजल से स्नान करवाएं। सूर्य ग्रहण के बाद तुलसी और शमी के पौधे पर गंगाजल छिड़ककर उन्हें शुद्ध कर लेना चाहिए।

गंगाजल का छिड़काव- ग्रहण के बाद पूरे घर में गंगा जल छिड़कें। सूर्य ग्रहण समय में अगर कोई व्यक्ति तीर्थ यात्राओं पर हैं, तो उन्हें ग्रहण समाप्त होने के बाद करीब के तीर्थ स्थलों पर जाकर स्नान अवश्य करना चाहिए।

श्राद्ध करना- सूर्य ग्रहण की अंत की अवधि में श्राद्ध और दान कार्य करना कल्याणकारी होता है।

घर की सफाई- सूर्य ग्रहण खत्म होने के तुरंत बाद ही घर में झाड़ू लगाने के साथ पोछा लगा दें। इससे नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।

गर्भवती महिलाएं करें ये काम- माना जाता है कि ग्रहण समाप्त होने के तुरंत बाद गर्भवती महिलाओं को स्नान करना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर गर्भ में पल रहे बच्चे को त्वचा संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

12:54 AM, 01-May-2022

सूर्य ग्रहण को ऑनलाइन कैसे देखें?

यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन आप NASA ऑर्थोग्राफिक मैप्स, Google इंटरएक्टिव मैप्स और NASA एनिमेशन के जरिये ऑनलाइन स्ट्रीमिंग देख सकते हैं।

12:44 AM, 01-May-2022

धनु राशि के लोग शत्रुओं से दूर रहें

धनु राशि- इस राशि के जातक शत्रुओं से दूर रहें। किसी भी तरह की गोपनीय जानकारी को दूसरों से साझा न करें। कार्यों में लापारवाही के चलते कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों से मतभेद हो सकता है। इसलिए ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतें, जरूरी न हो तो इस समय यात्रा न करें। ग्रहण के दौरान गायत्री मंत्र का जप करते रहें।

12:43 AM, 01-May-2022

वृश्चिक राशि के जातकों को विशेष सावधान रहने की जरूरत

वृश्चिक राशि- सूर्य ग्रहण के दौरान इस राशि के जातकों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है। लड़ाई-झगड़े, विवादों में न पड़े, नहीं तो लेने के देने पड़ सकते हैं। शत्रुओं से विशेष सतर्क रहें, जरा सी लापारवाही के चलते पद प्रतिष्ठा पर आंच आ सकती है। ग्रहण के दौरान खाने-पीने से बिलकुल परहेज करें और गायत्री मंत्र का जाप करें।

12:42 AM, 01-May-2022

कर्क राशि के लिए मुश्किल समय

कर्क राशि- इस राशि के जातकों के लिए यह एक मुश्किल समय रहेगा। ग्रहण के दौरान चंद्रमा मेष राशि में राहु के साथ मौजूद रहेंगे, जिसके कारण मन में नकारात्मकता की भावना आएगी। बेवजह के खर्चों में वृद्धि होगी। ग्रहण के दौरान कर्क राशि के जातको को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ग्रहण के दौरान गायत्री मंत्र का जाप करने से ग्रहण का दोष नहीं लगता है।

12:40 AM, 01-May-2022

इस राशि के लोगों को सावधान रहने की जरूरत

मेष राशि- इस बार सूर्य ग्रहण का प्रभाव मेष राशि में होगा। जिससे सबसे ज्यादा प्रभावित मेष राशि के जातक होंगे। ऐसे में मेष राशि के जातकों को शत्रुओं से सावधान रहना होगा। इस दौरान मेष राशि के जातकों में आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। इस दिन मेष राशि के जातकों को पारिवारिक सुख मिलेगा और मित्रों का सहयोग बना रहेगा। इस राशि के लोगों का मन अशांत रहेगा लेकिन वाणी में सौम्यता बनी रहेगी। मेष राशिवाले ग्रहण के दौरान यात्रा न करें। ग्रहण काल में गायत्री मंत्र का जाप करना शुभ रहेगा।

12:28 AM, 01-May-2022

सूर्य ग्रहण का पौराणिक महत्व

आज लगने वाला सूर्य ग्रहण मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लगा है। इसी के साथ आज ही शनिश्चरी अमावस्या भी है। पौराणिक कथाओं के अनुसार सूर्य ग्रहण और चंद्रग्रहण की घटना को राहु-केतु के द्वारा ग्रास करने के तौर पर देखा जाता है। राहु और केतु दोनों ही छाया ग्रह और राक्षस गण से संबंध रखते हैं। कथा के अनुसार जब समुद्र मंथन के दौरान निकले अमृत को भगवान विष्णु मोहिनी का रूप धारण कर सभी देवताओं को पिला रहे तो राहु और केतु इस बात को जान गए और दोनों पापी ग्रह चुपके से देवताओं की पंक्ति में जाकर मोहिन के हाथों से अमृतपान कर लिया था। अमृतपान करने के दौरान चंद्रमा और सूर्यदेव ने यह देख लिया था, यह बात जैसे ही भगवान विष्णु को पता चली उन्होंने तुरंत ही अपने सुदर्शन चक्र से राक्षस का सिर धड़ से अलग कर दिया। तभी से राहु और केतु समय-समय पर सूर्य और चंद्रमा पर ग्रहण लगाते आ रहे हैं।

12:19 AM, 01-May-2022

शुरू हुआ सूर्य ग्रहण

सूर्य ग्रहण शुरू हो गया है। जिन क्षेत्रों में आकाशीय घटना दिखाई नहीं देगी, वहां लोग इसे ऑनलाइन लाइव देख सकते हैं। नासा के यूट्यूब चैनल समेत कई YouTube चैनलों पर इसकी लाइव स्ट्रीमिंग देखी जा सकती है। भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसके कारण इसका भौतिक प्रभाव भी भारत पर नहीं पडेगा।

12:14 AM, 01-May-2022

नग्न आंखों से नहीं देखें सूर्य ग्रहण

नासा ने यह भी स्पष्ट किया है कि सूर्य ग्रहण दक्षिण प्रशांत महासागर और दक्षिणी महासागर क्षेत्रों से भी दिखाई देगा। भारत में लोग इस घटना को नहीं देख पाएंगे। आंशिक सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल 2022 को भारत के समयानुसार मध्यरात्रि को 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर सुबह 4 बजकर सात मिनट तक रहेगा। नग्न आंखों से नहीं देखें सूर्य ग्रहण बल्कि इसे दूरबीन या चश्मे से ही देखना चाहिए।

12:02 AM, 01-May-2022

कुछ देर में दिखाई देगा साल का पहला आंशिक सूर्य ग्रहण

दुनिया के कई हिस्सों में अब से कुछ देर में साल का पहला आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। यह घटना ब्लैक मून नामक एक अन्य खगोलीय घटना से भी टकरा रही है और नासा के अनुसार, ब्लैक मून दिन में कुछ समय के लिए धूप को ब्लॉक कर देगा। सूर्य ग्रहण दक्षिणी गोलार्ध के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा और दक्षिण अमेरिका, चिली, उरुग्वे, दक्षिण-पश्चिमी बोलीविया, पेरू, दक्षिण-पश्चिमी ब्राजील और अर्जेंटीना के कुछ क्षेत्रों में रहने वाले लोग इस खगोलीय घटना को देख सकेंगे।

09:46 PM, 30-Apr-2022

ग्रहण काल में क्या न करें ?

यदि आपके संबंधी विदेश में हैं जहां दोनों ग्रहण लगेंगे,उन्हें आप यह सलाह दे सकते हैं-

ग्रहण काल में किसी भी नए कार्य का शुभारंभ न करें। सूतक के दौरान भोजन बनाना और भोजन करना वर्जित माना जाता है। देवी-देवताओं की प्रतिमा और तुलसी के पौधे को स्पर्श नहीं करना चाहिए। सूर्य ग्रहण के दौरान फूल,पत्ते,लकड़ी आदि नहीं तोड़ने चाहिए। इस दिन न बाल धोने चाहिए ना ही वस्त्र। ग्रहण के समय सोना,शौच,खाना,पीना,किसी भी तरह के वस्तु की खरीदारी से बचना चाहिए। सूर्यग्रहण में बाल अथवा दाढ़ी नहीं कटवानी चाहिए,ना ही बालों अथवा हाथों में मेहंदी लगवानी चाहिए। सूर्यग्रहण के दौरान उधार लेन-देन से बचना चाहिए। उधार लेने से दरिद्रता आती है और उधार देने से लक्ष्मी नाराज होती हैं।

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